फायरिंग के बीच पुलिस अधिकारियों से मारपीट, वाहन फोड़े, 8 घंटे अफरातफरी

फायरिंग के बीच पुलिस अधिकारियों से मारपीट, वाहन फोड़े, 8 घंटे अफरातफरी

ग्वालियर। अपनी मांगों को लेकर सोमवार को सड़कों पर उतरे गुर्जर समाज के आंदोलन में जमकर बवाल हो गया। आंदोलनकारियों ने शहर में जगह-जगह गाड़ियों में तोड़फोड़ की। इसकी जद में पुलिस के अफसर भी आए। उन्हें रोकने एएसपी ऋषिकेश मीणा और सीएसपी नागेंद्र सिकरवार फोर्स के साथ पहुंचे। आंदोलनकारियों ने उन पर भी हमला कर दिया। कुछ पुलिस अधिकारी और कर्मचारी भी घायल हुए हैं। बेकाबू भीड़ को संभालने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए। बदले में आंदोलनकारियों ने जमकर पथराव कर दिया। ग्वालियर में पूर्व घोषित कार्यक्रम के चलते सोमवार को गुर्जर समाज के लोग फूलबाग पर सुबह 11:00 बजे से इकट्ठा हुए थे। यहां सभा को संबोधित करने को लिए गुर्जर समाज के नेता व बिजनौर सांसद मलूक नागर आए थे।

कलेक्टर के ज्ञापन लेने के निर्णय में देरी से भड़की भीड़

आंदोलनकारियों की मांग थी कि उनका ज्ञापन लेने के लिए सभा स्थल पर आएं। जबकि उनके तेवर देखकर कलेक्टर शाम पांच बजे तक नहीं पहुंचे और ना ही प्रशासन और पुलिस सुलह का कोई रास्ता निकाल सकी। ऐसे में गुस्साई भीड़ कलेक्टर ऑफिस पहुंची और यहां बवाल हो गया।

जो भी घटनाक्रम हुआ है, उसमें कोई भी दोषी नहीं छोड़ा जाएगा। हम उनसे बातचीत के लिए तैयार थे, लेकिन उन्होंने उपद्रव किया। - अक्षय कुमार सिंह, कलेक्टर

आंदोलन की आड़ में हिंसा करने वालों की हम शिनाख्त कर रहे हैं। इसके लिए हम सीसीटीवी और पुलिस के कैमरे देख रहे हैं। - राजेश सिंह चंदेल, एसपी