जिला बदर को सिरोल पहाड़ी पर रौपने होंगे पौधे, देने होंगे सबूत

जिला बदर को सिरोल पहाड़ी पर रौपने होंगे पौधे, देने होंगे सबूत

ग्वालियर। आदतन अपराधी राकेश व मान सिंह को सिरोल पहाड़ी पर 20- 20 फलदार व छायादार पौधे रोपने होंगे। साथ ही पौधों का रखरखा व और रखवाली भी करनी होगी, जिससे लगाए गए पौधे पेड़ बन सकें। पौधे रोपने से लेकर उनके रख-रखाव के फोटोग्राफ हर तीन माह के भीतर संबंधित पुलिस थानों और कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी के न्यायालय में प्रस्तुत करने होंगे। आपराधिक प्रकृति के इन दोनों व्यक्तियों के खिलाफ चल रहे जिला बदर के प्रकरणों में कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी अक्षय कुमार सिंह द्वारा जारी किए गए अलग-अलग आदेश में इस आशय के निर्देश दिए गए है। दोनों अपराधियों ने शांतिपूर्ण जीवन यापन करने के लिए जिला बदर के खिलाफ गुहार लगाई थी।

जिला बदर की सुनवाई के दौरान राकेश शिवहरे व मानसिंह कुशवाह ने गुहार लगाई कि साहब हम अब अपराध व अन्याय से दूर रहेंगे। हम अच्छे नागरिक बनकर शांति पूर्ण जीवन जीने का वचन देते हैं। हमें जिला बदर की सजा न दी जाए। हम स्वेच्छा से पर्यावरण संरक्षण व सामुदायिक सेवा जैसे कार्य करने को तत्पर हैं। यदि जिला बदर की सजा दी गई तो हमारी बड़ी बदनामी होगीऔर हमें सामजिक जीवन में बड़ी असुविधा होगी। इन दोनों से 50-50 हजार रुपए के बंध पत्र भरवाने के आदेश दिए हैं।

कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी अक्षय कुमार सिंह ने इन दोनों आदतन आरोपियों को जिला बदर न कर सुधरने और प्रायश्चित करने का मौका दिया हैं। उन्होंने आदेशों में जिक्र किया है यह निर्देश परीक्षण प्रकरण के तौर पर दिए गए हंै ताकि हिंसा और बुराई के विचार का प्रतिकार, सृजन एवं प्रकृति के साथ एकाकार होने के माध्यम से सामंजस्य स्थापित किया जा सके। उन्होंने आदेशों में यह भी उल्लेख किया है यह प्रयास केवल एक वृक्ष के रोपण का प्रश्न न होकर एक विचार के अंकुरण का है।

पहाड़ी पर 6-8 फीट ऊंचे रोपना होगा पौधे

आदेशों में स्पष्ट किया गया है कि ये दोनों व्यक्ति सिरोल पहाड़ी पर न केवल वृक्षारोपण करें बल्कि वृक्षों का पोषण भी करें। लगाए गए पौधे 6 से 8 फीट ऊंचाई के हों और 3 से 4 फीट गहरे गड्ढों में लगाए जाएं, जिससे वे शीघ्रता से पेड बन सकें। साथ ही संबंधित थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि आदेश के उल्लंघन में विधिवत कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। इन आरोपियों के खिलाफ पुलिस थाना जनक गंज में आपराधिक मामले दर्ज हैं।