बीमारियों से बचे रहें, इसलिए साइकलिंग और रनिंग से जुड़ रहे हजारों शहरवासी

बीमारियों से बचे रहें, इसलिए साइकलिंग और रनिंग से जुड़ रहे हजारों शहरवासी

सेहत की बात करें तो भोपाल में स्वास्थ्य को लेकर काफी जागरूकता आई है। शहर में फिटनेस रन से लेकर हाफ मैराथन तक के आयोजन हो रहे हैं जिसमें बड़ी संख्या में शहरवासी भाग लेते हैं। सुखद पहलू यह है कि इसमें बच्चों से लेकर 60 प्लस बुजुर्गों की आमद रहती है। 40 प्लस आयु वर्ग में फिटनेस को लेकर काफी जागरूकता देखी जा रही क्योंकि इस एज ग्रुप के लोग योग, एरोबिक्स से लेकर जिमिंग तक रेगुलर करना पसंद करते हैं। वहीं साइकलिंग को लेकर शहरवासियों का जोश देखते बनता है, भोपाल में अलग-अलग ग्रुप्स से जुड़कर लगभग 400 लोग साइकलिंग कर रहे हैं। वर्ल्ड फिटनेस डे(7 अप्रैल) पर ऐसे शहरवासियों से बात की जो लंबे समय से ग्रुप को संचालित कर रहे हैं और लगातार फिटनेस के लिए शहरवासियों को मोटिवेट कर रहे हैं। यह ग्रुप्स हर दिन का प्लान बनाते हैं जिसे सभी मेंबर्स फॉलो करते हैं, जो रूट मैप बनाया जाता है, सभी उस पर साइकलिंग करते हैं ताकि यह सफर में सभी का साथ मिल सके।

सेहत के लिए की शुरुआत अब प्रतियोगिता तक पहुंची

भोपाल में साइकलिंग सेहत की लिहाज से शुरू की थी लेकिन आज स्थिति यह है कि लगातार साइकलिंग करने वाले युवा राष्ट्रीय स्तर की साइकलिंग प्रतियोगिता में पहुंच रहे हैं। हाल में ही राष्ट्रीय माउंटेन बाइक साइकलिं प्रतियोगिता में भोपाल से पांच साइकलिस्ट पंचकुला(हरियाणा)में आयोजित प्रतियोगिता में पहुंचे। हमारे ग्रीन प्लेनेट बाइसिकल राइडर्स एसोसिशएन में लगभग 1500 मेंबर्स हैं जो कि लगातार साइकलिंग इवेंट्स से जुड़कर अपनी फिटनेस को बेहतर कर रहे हैं। इसमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक शामिल है।

खुद अनुभव किए मानसिक व शारीरिक लाभ

मुझे खुद व दूसरों को साइकलिंग करते हुए देखकर महसूस हुआ है कि यह सेहत के लिए सबसे अच्छी एक्सरसाइज है। दूसरा, जब हम फिटनेस फ्रीक हो जाते हैं तो हमारा खानपान भी संतुलित व संयमित होता है जिससे कई लोग अपना बीपी व शुगर नियंत्रित कर पा रहे हैं। इससे जॉइंट पेन की समस्याएं नहीं होती क्योंकि शरीर में मोबेलिटी बनी रहती है। मैंने इसके मानसिक व शारीरिक लाभ महसूस किए हैं।

सेहत अच्छी तो पढ़ने में लगेगा मन

मैं यूं तो पेंटिंग का शौक रखती हूं लेकिन फिर लगा कि फिटनेस पर भी ध्यान देना चाहिए तो मैंने सेहतमंद रहने के लिए स्केटिंग, लॉन टेनिस और रनिंग को अपनाया है। हाल में आयोजित हुई अहिंसा रन में तीसरा स्थान हासिल किया। मुझे लगता है कि स्टूडेंट्स को अपनी सेहत को अच्छा रखने के लिए किसी न किसी स्पोर्ट्स एक्टिविटी से जुड़ना चाहिए ताकि पढ़ाई के लिए भी एनर्जी लेवल हाई रहे।