पाक में शरीफ और बिलावल सरकार बनाने की तैयारी में
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के संसदीय चुनाव में खंडित जनादेश आने के बाद गठबंधन सरकार बनाने के प्रयास सोमवार को तेज हो गए। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के शीर्ष नेताओं ने पांच साल के कार्यकाल को विभाजित करने के लिए सत्ता बंटवारे के नए फॉर्मूला पर चर्चा की। केंद्र और प्रांतों में गठबंधन सरकार बनाने के अपने प्रयासों के तहत पीएमएल-एन और पीपीपी के नेताओं ने आठ फरवरी के चुनाव के बाद अपनी पहली बैठक में आधे कार्यकाल के लिए एक प्रधानमंत्री नियुक्त करने के विचार पर बातचीत की। प्रस्ताव रखा गया है कि पीएमएल-एन का एक उम्मीदवार तीन साल के लिए प्रधानमंत्री रहेगा और पीपीपी का नेता दो साल इस पद पर रहेगा। उन्होंने कहा कि पहला कार्यकाल किसे मिलेगा, यह अभी तय नहीं हुआ है। बैठक में पीपीपी के संसदीय अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी, पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी और पीएमएल-एन से पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ शामिल हुए। पीएमएल-एन और नेशनल पार्टी ने 2013 में बलूचिस्तान में सत्ता साझेदारी के इसी फॉर्मूले को अपनाया था।
गठबंधन में शामिल नहीं होगी, विपक्ष में बैठेगी इमरान की पार्टी
इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-एइंसाफ (पीटीआई) पार्टी के नेता बैरिस्टर गौहर अली खान ने कहा कि उनकी पार्टी गठबंधन सरकार बनाने के लिए प्रतिद्वंद्वी पीएमएल-एन या पीपीपी से हाथ नहीं मिलाएगी और नवनिर्वाचित संसद में बहुमत होने के बावजूद विपक्ष में बैठेगी। पिछले सप्ताह के आम चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवारों ने सबसे अधिक संसदीय सीटें हासिल कीं। इन निर्दलीय उम्मीदवारों में ज्यादातर खान की पीटीआई से जुड़े हैं। पीटीआई के पास हालांकि 266 सदस्यीय नेशनल असेंबली में अपने दम पर सरकार बनाने के लिए पर्याप्त सीटें नहीं हैं। गौहर खान ने डान अखबार को बताया, हम उनमें से दोनों (पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी) के साथ सहज महसूस नहीं करते हैं। सरकार बनाने या उनके साथ मिलकर सरकार बनाने को लेकर किसी से कोई बातचीत नहीं होगी। उनके साथ सरकार बनाने से बेहतर है कि हम विपक्ष में बैठें, लेकिन हमें लगता है कि हमारे पास बहुमत है। पीटीआई ने शुरू में सरकार बनाने का दावा किया था लेकिन शुरूआत से ही इसमें मुश्किल दिख रही थीं।