पहली किश्त से वंचित फिर एक तिलहरी विस्थापित की मौत

पहली किश्त से वंचित फिर एक तिलहरी विस्थापित की मौत

जबलपुर । मदनमहल की पहाड़ियों से लगी बस्तियों से हटाकर तिलहरी में बसाए जाने वाले विस्थापितों के साथ प्रशासन का मजाक लगातार जानलेवा बन गया है। गत शाम यहां पर किराए का आॅटो चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले हैदर अली ऐसा भीषण हार्ट अटैक आया कि उसकी जीवन लीला ही समाप्त हो गई। लोगों ने बताया कि हैदर मकान बनाने की पहली किश्त के लिए लगातार चक्कर लगा रहा था जिसे भटकाया जा रहा था। यह लगातार दूसरी घटना है इसके पहले 14 जून को यहीं रहने वाली एक 55 वर्षीय महिला बादाम बाई की भी हार्ट अटैक से मौत हो चुकी है,बादाम बाई की भी यही समस्या रही कि उन्हें भी पहली किश्त नहीं मिली थी। और भी एक दो मौतें हुई हैं जो किश्त की प्रतीक्षा करते-करते दुनिया ही छोड़ चुके हैं। नगर निगम की संवेदनहीन व्यवस्था ऐसे सैकड़ा भर लोगों को पहली ही किश्त जारी कर दे तो भी लोगों को अपने आवास बनाने का रास्ता खुल सकता है।

1225 परिवारों को बसाया गया यहां पर

1225 परिवारों को बसाया गया है जिन्हें प्लॉट दे दिए गए हैं,पट्टे भी दे दिए गए हैं और ज्यादातर को पीएम आवास योजना के तहत ढाई लाख में से 2 लाख रुपए भी दे दिए गए हैं मगर अभी भी सैकड़ा भर से ऊपर परिवार ऐसे हैं जो पहली किश्त से भी वंचित हैं। ये अपने परिवार के साथ टीन शेड या झोंपड़ी में रहकर बनते मकानों को देखकर अपनी किश्त की राह देखते रहते हैं।