किसानों ने मुख्यमंत्री को बताया- नहीं मिल रहा समय पर सिंचाई का पानी

किसानों ने मुख्यमंत्री को बताया- नहीं मिल रहा समय पर सिंचाई का पानी

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को फिर लापरवाह अफसरों को निशाना बनाया। विदिशा जिले के नटेरन में आयोजित समरसता सम्मेलन में उन्होंने जिला योजना अधिकारी को सस्पेंड कर दिया। आरोप है कि सांसद और विधायकों के प्रस्तावों पर समय पर काम नहीं किया जा रहा था। वहीं सिंचाई विभाग के अफसर को जीवनदान मिल गया, क्योंकि उन्होंने मंगलवार सुबह ही जॉइन किया था। सीएम के पूछने पर किसानों ने बताया कि उन्हें समय पर सिंचाई का पानी नहीं मिल रहा है। मुख्यमंत्री के संबोधन के पहले एक किसान ने अपनी खराब फसल दिखानी चाही। सीएम ने किसान को मंच पर बुलाया। कलेक्टर ने किसान से फसल का गट्ठा लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं यहां भाषण देने नहीं, लोगों की समस्याएं सुनने आया हूं। उन्होंने सिंचाई विभाग के अफसर को मंच पर बुलाया और कहा कि शिकायतें मिल रही हैं कि समय पर पानी नहीं मिल रहा। उन्होंने आम जनता से पूछा तो एक स्वर में आवाज आई-‘नहीं मिल रहा’। सिंचाई अफसर पर गाज गिरती इसके पहले उन्होंने बताया कि आज ही जॉइन किया है। इस पर सीएम ने कहा कि इसके पहले के अफसर को गड़बड़ी करने पर हटा दिया है, अब उसके खिलाफ जांच भी होगी।

विधायकों को मिली थी शिकायत

विधायक उमाकांत शर्मा और अन्य विधायकों से सीएम को जानकारी मिली कि जिला योजना अधिकारी विधायक और सांसद के प्रस्तावों पर जल्द अमल नहीं करते। सीएम ने अधिकारी को मंच से ही सस्पेंड करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने राशन सामग्री मिलने और आयुष्मान कार्ड बनाए जाने की जानकारी ली। उन्होंने आमजन से कहा कि कोई भी पैसा मांगे तो मुझे या सीएम हाउस में फोन कर देना, मैं उसे छोडूंगा नहीं। कार्यक्रम के दौरान क्षेत्रीय सांसद और विधायक मौजूद थे।