सीडब्ल्यूसी के सामने पेश हुए हुक्का लाउंज से पकड़े गए नाबालिग बच्चे, बताया-दो अलग-अलग ग्रुप में चल रही थी पार्टी

सीडब्ल्यूसी के सामने पेश हुए हुक्का लाउंज से पकड़े गए नाबालिग बच्चे, बताया-दो अलग-अलग ग्रुप में चल रही थी पार्टी

भोपाल। बच्चों का वीडियो वायरल करने पर अभिभावकों ने हिंदू संगठन के पदाधिकारी के खिलाफ दिया थाने में आवेदन बुधवार शाम मालवीय नगर स्थित हुक्का लाउंज में पार्टी करते हुए पकड़े गए नाबालिग बच्चों को गुरुवार को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया। इस दौरान समिति सदस्य और सिटी चाइल्ड लाइन टीम ने बच्चों के साथ ही उनके अभिभावकों से भी बात की। सीडब्ल्यूसी से मिली जानकारी के मुताबिक वह अपनी कंप्लीट रिपोर्ट शुक्रवार को थाने को सौपेंगे।
काउंसलिंग के दौरान मुख्य रूप से निकलकर आया कि नाबालिग बच्चे एक ही ग्रुप का हिस्सा नहीं थे, बल्कि दो अलग-अलग ग्रुप में पार्टी मनाने यहां पहुंचे थे। वहीं, अभिभावकों ने बताया कि उन सभी को इस बात की जानकारी थी, कि उनके बच्चे बर्थडे पार्टी सेलिब्रेट करने जा रहे हैं, लेकिन वह हुक्का बार में पार्टी मना रहे हैं, इस बात से वह अनजान थे। मामले में अभिभावकों ने इस बात पर रोष जताया कि होटल के बाहर हंगामा कर रहे हिंदू संगठन के एक पदाधिकारी द्वारा उनके बच्चों के वीडियो वायरल किए गए हैं। इन वीडियो में बच्चियों के लिए गंदी भाषा का प्रयोग और नाबालिग बच्चे के साथ मारपीट भी की गई है। अभिभावकों ने टीटी नगर पुलिस को इसकी शिकायत भी की है, जिसकी जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी।

लड़कों के साथ जाने की नहीं थी जानकारी
मामले में एक ग्रुप में शामिल बच्चियां जो आपस में चचेरी बहनें हैं, इनमें से एक की मां ने बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि बच्चियों के साथ पार्टी में दो लड़के भी शामिल हैं। वहीं दूसरे ग्रुप में शामिल कुछ नाबालिग लड़कों ने माना कि वह पहले भी हुक्का बार आते रहे हैं और उन्होंने यहां हुक्का भी पीया है। वह एक बार हुक्का पीने के 350 रुपए तक खर्च करते हैं। हालांकि, बुधवार रात को दोनों ग्रुप द्वारा हुक्का आॅर्डर किया गया, लेकिन हुक्का उन तक पहुंचा नहीं। यही नहीं किशोरों ने कहा कि वह केवल फ्लेवर्ड हुक्का पीते रहे हैं, निकोटिन वाला नहीं।

नाराज हैं परिजन
मामले में किशोर-किशोरियों के वीडियो वायरल होने के बाद भोपाल से बाहर रहने वाले उनके परिजन को भी जानकारी मिल गई है, जिससे अभिभावक बेहद परेशान हैं। कुछ अभिभावकों ने तो बच्चों से नाराज होकर उनसे रिश्ता खत्म करने की बात भी कही। वहीं दूसरी ओर, कुछेक परिजन ने अभिभावकों को फोन कर आगे से कोई संपर्क ना रखने को कहा।

इनका कहना है...
-रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्यवाही

आज बच्चों को सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया गया। बच्चों के बयानों के आधार पर सीडब्ल्यूसी अपनी रिपोर्ट पुलिस को सौंपेगी और इसी के आधार पर तय होगा कि एफआईआर होगी या नहीं।
अर्चना सहाय, डायरेक्टर चाइल्ड लाइन

- मॉनिटरिंग करेंगे
बच्चों की काउंसलिंग हो गई है। कुछ को दोबारा काउंसलिंग के लिए बुलाएंगे, क्योंकि बच्चों की मॉनिटरिंग जरूरी लग रही है। काउंसलिंग की रिपोर्ट पुलिस को सौंपी जाएगी, जिससे वह उचित धाराओं में कार्यवाही कर सकें।

डॉ. कृपाशंकर चौबे, सदस्य, सीडब्ल्यूसी
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बाल आयोग ने पुलिस महानिदेशक को लिखा पत्र
हुक्का लाउंज में पकड़े गए नाबालिग बच्चों के मामले में मप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य ब्रजेश चौहान ने भी पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर कहा है कि अभियान चलाकर प्रदेश भर के हुक्का लाउंज को बंद कराने की कार्यवाही की जाए। आयोग सदस्य ने अपने पत्र में लिखा है कि विभिन्न माध्यमों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश के प्रमुख शहरों में हुक्का बार के बहाने नाबालिग बच्चों को नशे की ओर धकेला जा रहा है। फ्लेवरयुक्त नशा और साथ ही ड्रग जैसे नशे इन हुक्का बार में उपलब्ध होने के बाद भी हुक्का बारों पर कोई प्रतिबंध नहीं है। साथ ही उन्होंने लिखा कि हुक्का बार की आड़ में कई अनैतिक गतिविधियां भी संचालित होती हैं। आयोग के संज्ञान में यह जानकारी भी आई है कि कुछ सिगरेट कंपनियां अपनी सिगरेट की पब्लिसिटी के लिए हल्के नशे वाली सिगरेट इन हुक्का बार में फ्री भेजती हैं, ताकि बच्चे इनका उपयोग करें और उन्हें इनकी लत लग जाए। इसके लिए नारकोटिक्स विभाग से जांच कराई जानी चाहिए। साथ ही इस विषय को गंभीरता से लेते हुए उपरोक्त प्रकरण एवं आगामी छापों की कार्यवाही में हुक्का बार के मैनेजर एवं बच्चों का भी मेडिकल टेस्ट अनिवार्य रूप से किया जाना चाहिए।