छोरियों ने छोरों को पीछे छोड़ा 60% खुद करना चाहती हैं खर्च

इंडियालेंड्स वेडिंग स्पेंड्स रिपोर्ट 2.0 में किया गया दावा

छोरियों ने छोरों को पीछे छोड़ा 60% खुद करना चाहती हैं खर्च

नई दिल्ली। माता-पिता हमेशा अपने बच्चों की शादी और उसमें होने वाले खर्च को लेकर सजग रहते हैं। वे बच्चों की शादी के लिए बचत करना काफी पहले से ही शुरू कर देते हैं। लेकिन हाल ही में इंडियालेंड्स ने वेडिंग स्पेंड्स रिपोर्ट 2.0 में दावा किया है कि आज के युवक-युवतियां अपने विवाह के खर्च के लिए अभिभावक पर निर्भर नहीं रहना चाहते। एक सर्वे के मुताबिक 42 फीसदी युवा अपनी शादी पर होने वाले खर्च की खुद फंडिंग करना चाहते हैं। इंडियालेंड्स ने अक्टूबर से नवंबर के बीच 1200 लोगों के बीच ये सर्वे किया है। देश के 20 शहरों में 25 से 40 वर्ष के आयु के बीच ये सर्वे किया गया है। जिसमें 34.1 फीसदी 25 से 28 वर्ष की आयु के, 29 से 35 वर्ष के आयु के 30 फीसदी लोग हैं। इसमें 65 फीसदी पुरुष और 35 फीसदी महिलाएं हैं। सर्वे में आज के युवा अपनी शादी की फंडिंग खुद करना चाहते हैं और अपने माता-पिता पर शादी में होने वाले खर्च का बोझ नहीं डालना चाहते। वहीं सर्वे में एक और हैरान करने वाली बात निकलकर सामने आई है। सर्वे के मुताबिक 60 फीसदी महिलाएं अपनी शादी में होने वाले खर्च की फंडिंग खुद करना चाहती हैं, जबकि पुरुषों की संख्या केवल 52 फीसदी है।

शादी पर औसतन 15-25 लाख रुपए होता है खर्च

सर्वे के मुताबिक 50.4% युवा ने कहा कि वे अरेंज शादी करना पसंद करेंगे तो 49.6% लव मैरिज करना पसंद करेंगे। सर्वे के मुताबिक जिनकी सालाना आय 5 -10 लाख रुपए के बीच है, वे 7 -10 लाख रुपए से ज्यादा शादी पर खर्च नहीं करना चाहते। एक अनुमान के मुताबिक औसतन भारतीय मध्यम वर्ग शादी पर 15-25 लाख रुपए के बीच खर्च करता है।

26.3 फीसदी फंडिंग के लिए लेंगे लोन

शादी में होने वाले खर्च पर 42.1% युवक-युवतियों ने कहा कि वे अपनी बचत के जरिए शादी करना पसंद करेंगे, जबकि 26.3% युवाओं ने कहा कि वे शादी की फंडिंग के लिए लोन लेंगे। 67.7% लोगों ने कहा कि वे 1 -5 लाख रुपए तक लोन लेने की योजना बना रहे हैं, जबकि 27.7% लोगों ने तय नहीं किया है कि वे फंडिंग कैसे करेंगे।

58 फीसदी युवा सादगी से करना चाहते हैं शादी

जिन युवाओं के बीच सर्वे किया गया, उनमें से 58.8 फीसदी बेहद सादगी और अंतरंग समारोहों वाली शादी करना चाहते हैं। इससे स्पष्ट है कि आज के युवा तामझाम, तड़क- भड़क वाले समारोह की जगह पारम्परिक तौर पर सादगी से शादी को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं, जबकि 35.3 फीसदी युवा बड़े ही तामझाम, खूब खर्च कर धूमधाम के साथ शादी रचाना चाहते हैं।

विचारों में आ रहा परिवर्तन

हम आज के युवाओं के विचारों में बड़ा परिवर्तन देख रहे हैं। अपनी शादी की खुद फंडिंग वित्तीय स्वतंत्रता के साथ सोच समझकर फैसले लेने की ओर इशारा कर रहा है। इस सर्वे के जरिए युवाओं की वित्तीय क्षमता और मौजूदा दौर में शादियों के प्रति सोच को पता लगाने की कोशिश की गई है। - गौरव चोपड़ा, फाउंडर और सीईओ, इंडियालेंड्स

कितना करेंगे खर्च

70 फीसदी लोगों का शादी में खर्च का बजट 1 -10 लाख रुपए है।

21.6 फीसदी युवाओं का बजट 11- 25 लाख रुपए के बीच है।

8.4 फीसदी युवा ऐसे हैं, जिनका बजट 25 लाख रुपए से ज्यादा है।