कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई को भारत ने जन आंदोलन में बदला

कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई को भारत ने जन आंदोलन में बदला

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद (यूएनईएससी) के सत्र को संबोधित किया। कोविड-19 के बाद बहुपक्षीयता विषय पर आधारित इस सत्र में मोदी ने कोरोना के खिलाफ जंग में भारत की भूमिक पर प्रकाश डाला। इसके साथ ही उन्होंने संकट के इस समय में भारत सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं की भी जानकारी दी। विश्व शांति के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि शांति और सद्भाव की स्थापना एकजुट होकर ही संभव है। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ जंग को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने कोरोना के खिलाफ लड़ाई को जन आंदोलन में बदला।

40 करोड़ बैंक खाते खोले, जरूरतमंदों को सीधे राहत दी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने छह साल में 40 करोड़ बैंक खाते खोले हैं। जरूरतमंद लोगों के खातों में हमने सीधे राहत राशि पहुंचाई है। हम खाद्य सुरक्षा योजना लाए जिससे 80 करोड़ से ज्यादा नागरिकों को फायदा मिला।

भारत में रिकवरी रेट सबसे बेहतर

भारत में कोरोना की स्थिति को लेकर उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना वायरस से ठीक होने की दर (रिकवरी रेट) सबसे बेहतर है। मोदी ने कोरोना काल में स्थितियों को सामान्य बनाए के लिए शुरू की गई योजनाओं और फैसलों को लेकर कहा, हमने देश को प्रगति के पथ पर अग्रसर रखने के लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान चलाया। अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए विशेष पैकेज लाए। उन्होंने कहा कि भारत में लोगों को आवास प्रदान करने के उद्देश्य से हमने प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि साल 2022 में जब भारत अपनी आजादी की 75वीं सालगिरह मना रहा होगा, तब तक हर भारतीय के सिर पर सुरक्षित छत होगी।

भारत हर क्षेत्र में बढ़ रहा आगे, दूसरे देशों की भी कर रहा मदद

संयुक्त राष्ट्र को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दुनिया बहुत बदल गई है। भारत हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है, हम सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में जुटे हुए हैं और अन्य विकासशील देशों की भी इस कार्य में मदद कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि 2030 के एजेंडा को हासिल करने के लिए भारत पूरी कोशिश कर रहा है। हमारा मूल मंत्र सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास है। हम किसी को पीछे नहीं छोड़ सकते हैं।