वित्तीय वर्ष 23 में भारतीय इकोनॉमी बड़े देशों में सबसे तेज गति से विकास करेगी

वित्तीय वर्ष 23 में भारतीय इकोनॉमी बड़े देशों में सबसे तेज गति से विकास करेगी

नई दिल्ली। वित्तीय वर्ष 2023 में भारत बड़े देशों में सबसे तेज गति से विकास करेगा। इसकी वजह तीसरी लहर के कम होने और वैक्सीनेशन में तेजी के साथ-साथ बजट में उठाए गए कदम है। फाइनेंस मिनिस्ट्री के इकोनॉमिक अफेयर्स डिपार्टमेंट ने अपनी मंथली इकोनॉमिक रिपोर्ट में ये बात कही। मैन्युफैक्चरिंग और कंस्ट्रक्शन ग्रोथ को ड्राइव करेंगे,पीएलआई का बड़ा रोल होगा:रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना महामारी के कारण अनिश्चितता के कम होने से देश में खपत में तेजी आएगी और मांग में सुधार होगा। भारतीय अर्थव्यवस्था में 2020-21 में 6.6 प्रतिशत का कॉन्ट्रेक्शन दिखा था। अब 2022-23 में इकोनॉमी के बड़े देशों में सबसे तेज गति से बढ़ने का अनुमान है। मैन्युफैक्चरिंग और कंस्ट्रक्शन इस ग्रोथ को ड्राइव करेंगे। पीएलआई स्कीम का इसमें एक बड़ा रोल होगा।

फूड बफर मजबूत होगा

रिपोर्ट में कहा गया है कि नेट सोन एरिया (बुआई का इलाका) और क्रॉप डायवर्सिफिकेशन में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इससे फूड बफर मजबूत होगा। एमएसपी और पीएम किसान जैसी योजना किसानों की मदद करेगी।