वैक्सीनेशन में लापरवाही से अमेरिका में औसत आयु घटी

वैक्सीनेशन में लापरवाही से अमेरिका में औसत आयु घटी

वाशिंगटन। अमेरिका में लोगों की एवरेज लाइफ एक्सपेक्टेंसी (जीवन प्रत्याशा) वर्ष 2021 में एक बार फिर कम हो गई है, जबकि दूसरे देशों में कोविड-19 महामारी के दूसरे वर्ष जीवन प्रत्याशा में इजाफा हुआ है। कोलेरेडो तथा वर्जीनिया कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी के द्वारा संयुक्त रूप से किए गए अध्ययन में यह खुलासा हुआ है। अध्ययन के तहत रिसर्चर्स ने वर्ष 2020 एवं 2021 में अमेरिका तथा 19 अन्य देशों में जीवन प्रत्याशा के आंकड़े एकत्र किए। वर्ष 2020 में कोविड की वैक्सीन आने के बाद और वर्ष 2021 के मध्य तक कई विकसित देशों मेंवैक्सीन लगने से लाखों लोगों की जान बची। हालांकि, अमेरिका में बहुत से लोगों की इस टीके को लगवाने में कोई रुचि नहीं थी, जिसके कारण वे वायरस के शिकार हुए। रिसर्चर्स के अनुसार प्रभावी टीकों की उपलब्धता के कारण अमेरिका में वर्ष 2021 में मृत्युदर में गिरावट आने की उम्मीद थी लेकिन टीकाकरण की धीमी गति और डेल्टा वैरिएंट के कारण मृत्यु दर में बढ़ोतरी हुई। अध्ययन में पाया गया कि एकअमेरिकी नागरिक का औसत जीवन काल साल 2021 में 76.60 वर्ष है, जबकि यह 2019 में 78.80 साल था। डेनमार्क में लाइफ एक्सपेक्टेंसी सबसे ज्यादा 81.5 साल पाई गई। दूसरे स्थान पर स्कॉटलैंड था जहां औसत उम्र 78.43 साल रही।

कोरोना के कारण घटी उम्र, टीके ने बदली स्थिति

अध्ययन में यह पाया गया कि कोविड-19 महामारी के कारण वर्ष 2020 में हर देश में जीवन प्रत्याशा में गिरावट आई थी। लेकिन वर्ष 2021 में इन सभी देशों में इस मामले में सुधार आया। इस दौरान अधिक प्रभावी उपचार एवं कोविड-19 वैक्सीन के प्रभाव के चलते वायरस से होने वाली मौतों की संख्या में कमी आई। लेकिन, अमेरिका में ऐसा नहीं हुआ। दूसरे देशों के साथ तुलना की में अमेरिका में मृत्युदर ज्यादा रही।

इन देशों के आंकड़ों का किया गया अध्ययन

अध्ययन के लिए रिसर्चर्स ने यूरोपीय देशों, अमेरिका, न्यूजीलैंड एवं दक्षिण कोरिया से आंकड़े एकत्रित किए। इन आंकड़ों से यह खुलासा हुआ कि अमेरिका में वर्ष 2019 में जीवन संभाव्यता में 78.8 वर्ष से 2020 में 76.9 साल हो गई। चार देशों को छोड़ बाकी सभी देशों में 2019 से 2020 के बीच में जीवन संभाव्यता में कमी आई। इजराइल एवं न्यूजीलैंड ही ऐसे रहे जहां वर्ष 2021 में भी इस मामले में गिरावट आई।