कॉल डिटेल्स से खुलासा- संदीप सिंह और एंबुलेंस ड्राइवर के बीच चार बार बात हुई थी

कॉल डिटेल्स से खुलासा- संदीप सिंह और एंबुलेंस ड्राइवर के बीच चार बार बात हुई थी

मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत मामले में मंगलवार को एक नया खुलासा हुआ। उसके मुताबिक अभिनेता की मौत के बाद उनके तथाकथित दोस्त संदीप सिंह और उनके शव को ले जाने वाली एंबुलेंस के ड्राइवर के बीच चार बार बात हुई थी। हालांकि जब इस बारे में उस ड्राइवर से पूछा गया तो उसने ऐसी किसी बातचीत से इनकार किया। ये नया खुलासा एक समाचार चैनल ने संदीप सिंह के मोबाइल की कॉल डिटेल रिपोर्ट के आधार पर किया। इसके मुताबिक सुशांत की मौत वाले दिन यानी 14 जून से 16 जून के बीच संदीप सिंह और एंबुलेंस के ड्राइवर अक्षय बांडगर के बीच चार बार बातचीत हुई थी।
सीडीआर रिपोर्ट के मुताबिक तीन बार अक्षय ने संदीप को कॉल किया था, वहीं संदीप ने एक बार अक्षय को कॉल किया था। इनमें से तीन बार बात 14 जून यानी सुशांत की मौत वाले दिन हुई थी, वहीं एक बार बात 16 जून को हुई थी।
कॉल डिटेल्स सामने आने के बाद जब रिपब्लिक टीवी चैनल ने इस बारे में एंबुलेंस ड्राइवर का पक्ष जानने के लिए उसे फोन लगाया तो उसने संदीप सिंह से किसी भी तरह की बात होने से इनकार कर दिया। उसने ये तक कहा कि वो किसी संदीप सिंह नाम के शख्स को जानता तक नहीं है। उसने बताया कि 14 जून को उसे पुलिस ने वहां बुलाया था।

सुब्रमण्यम स्वामी बोले- संदीप से पूछताछ हो
भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने मंगलवार दोपहर एक ट्वीट करते हुए कहा कि संदिग्ध संदीप सिंह से पूछताछ होना चाहिए कि वो दुबई कितनी बार और क्यों गया था?
सुशांत मौत मामले में संदीप की भूमिका भी काफी संदिग्ध मानी जा रही है। 14 जून को अभिनेता की मौत के बाद उनके बांद्रा स्थित अपार्टमेंट पर सबसे पहले पहुंचने वालों लोगों में संदीप भी एक थे। संदीप का एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें वे सुशांत की डेड बॉडी ले जा रहे पुलिसकर्मियों को थम्स अप दिखाते नजर आ रहा है। 
सुशांत के परिवार के वकील विकास सिंह ने भी कहा है कि परिवार का कोई सदस्य संदीप को नहीं जानता। जब सुशांत की मौत की खबर आई तो संदीप उनके घर पहुंच गए। डेड बॉडी देखकर सुशांत की बहन मीतू बेसुध होने लगीं तो संदीप उन्हें संभालने के लिए आगे आया। यहीं से उन्हें सब चीजों में आगे आने का मौका मिल गया। संदीप ने इस मौके का फायदा उठाया। पोस्टमार्टम से लेकर अंतिम संस्कार तक संदीप सब में शामिल रहे।