इंदौर संभाग में मलेरिया, डेंगू के साथ चिकनगुनिया का खतरा
इंदौर। मानसून की दस्तक के साथ ही बीमारियों ने भी दस्तक दे दी है। बरसात ने मलेरिया और डेंगू के साथ चिकनगुनिया का का खतरा बढ़ा दिया है। जगह- जगह पानी जमा होने से मच्छर पनप सकते हैं। इंदौर संभाग के इंदौर, धार, बुरहानपुर सहित अधिकांश जिलों में डेंगू के साथ मलेरिया के मरीज सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू को लेकर खासतौर पर अलर्ट जारी किया है।
हाल ही में इंदौर में डेंगू के तीन और मलेरिया के पांच नए मामले में सामने आए हैं। हालांकि राहत की बात है कि फिलहाल जो मरीज मिले हैं वह सामान्य है। उधर, स्वास्थ्य विभाग जुलाई माह में संचार रोग नियंत्रण माह के रूप में मना रहा है। जिले में पिछले साल मलेरिया के 5 और 242 डेंगू के रोगी मिले थे। इस साल अभी तक मलेरिया के 5 रोगी मिल चुके हैं। इनमें से चार लोग सामान्य बुखार से पीड़ित थे, लेकिन जांच में उनमें मलेरिया की पुष्टि हुई। डेंगू के भी इस साल 36 मामले मिल चुके हैं। बरसात का मौसम अब शुरू हुआ है। मच्छरों के पनपने से इन बीमारियों के फैलने की इस मौसम में अधिक आशंका होती है। जगह-जगह हुआ जलभराव चिंताता बढ़ा रहा है।
बचाव के लिए इन बातों का रखें ध्यान
मच्छर से बचाव के लिए पानी जमा होने से रोकने पर ध्यान दिया जाना जरूरी है। इसी पानी में मादा मच्छर अंडे देती है। घर के आसपास सफाई रखनी चाहिए। कूलर, एसी, फ्रिज की ट्रे या किसी भी जल पात्र में पानी जमा न होने दें। मच्छरों से बचाव के लिए पूरे शरीर को ढंकने वाले कपड़े पहनने चाहिए। मच्छरदानी का उपयोग करना अच्छा रहता है।
अस्पतालों में की जा रही नि:शुल्क जांच
सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि वैसे इस बीमारी में घबराने की जरूरत नहीं है। डेंगू 10-12 दिनों में अपने आप ठीक हो जाता है, लेकिन लगातार जांच करवाने की आवश्यकता है। सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू व मलेरिया की जांच एवं उपचार भी नि:शुल्क किया जा रहा है।
ये हैं लक्षण
जिला मलेरिया अधिकारी दौलतराम पटेल के मुताबिक बुखार आना, मांसपेशियों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द होना, उल्टी होना, नाक और मुंह से खून आना, त्वचा लाल हो जाना और बार-बार बुखार आना, इसके प्रमुख लक्षण हैं। मलेरिया के लक्षण में सामान्य: तेज बुखार होना, सिरदर्द होना, एक-दो दिन में बुखार रिपीट करना आदि लक्षण हो सकते हैं।