घरों का औसत किराया पहली छमाही में 28 प्रतिशत अधिक

घरों का औसत किराया पहली छमाही में 28 प्रतिशत अधिक

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम में महंगे अपार्टमेंट में घरों का औसत किराया 2023 की पहली छमाही में सालाना आधार पर 28 प्रतिशत बढ़ गया है। रियल एस्टेट सलाहकार कंपनी सैविल्स इंडिया ने कहा कि यह वृद्धि भारी मांग, सीमित आपूर्ति के कारण हुई है। सैविल्स इंडिया की बृहस्पतिवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है गुरुग्राम में सभी बाजारों में किराये में सालाना आधार पर औसतन 28 प्रतिशत वृद्धि हुई है। सर्वाधिक वृद्धि जीसीईआर (गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड, एंड एसपीआर सदर्न पेरिफेरल रोड) में 33 प्रतिशत और गोल्फ कोर्स रोड पर 31 प्रतिशत की हुई है। ज्यादातर आंकड़े गोल्फ कोर्स रोड पर तीन और चार बीएचके और अन्य छोटे बाजारों में तीन बीएचके के लिए हैं। पहली छमाही के लिए गोल्फ कोर्स रोड पर मासिक औसत किराया 195941 रुपए है वहीं गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड एंड सदर्न पेरिफेरल रोड पर मासिक औसत किराया 101000 रुपए है।

छात्राओं के लिए 100 करोड़ नई दिल्ली। इन्फोसिस की परमार्थ इकाई इन्फोसिस फाउंडेशन वंचित तबके की छात्राओं के लिए एसटीईएम छात्रवृत्ति कार्यक्रम 100 करोड़ रुपये से अधिक की राशि से शुरू करेगा। पहले चरण में देश की आर्थिक रूप से कमजोर 2,000 से अधिक छात्राओं (जो विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, गणित में उच्च शिक्षा के लिए चार वर्ष तक के लिए आर्थिक मदद मुहैया कराई जाएगी।

जीएसटीएन ने शुरू की प्रबंधित सेवा प्रदाता की तलाश

वस्तु एवं सेवा कर नेटवर्क (जीएसटीएन) ने जीएसटी को प्रौद्योगिकी सहायता प्रदान करने के लिए नए सेवा प्रदाता की तलाश शुरू कर दी है। इंफोसिस का प्रौद्योगिकी सहायता प्रदान करने का अनुबंध सितंबर 2024 में समाप्त होने वाला है। परामर्श कंपनी को प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया और जीएसटीएन की आईटी सेवा का किसी अन्य प्रौद्योगिकी कंपनी में निर्बाध स्थानांतरण सुनिश्चित करना होगा। ऐसी कंपनी जो एक अक्टूबर 2024 से शुरू होने वाले अगले सात वर्षों तक जीएसटी प्रणालियों के लिए आवश्यक सॉμटवेयर और हार्डवेयर प्रदान करेगा। अप्रत्यक्ष कर सुधार जीएसटी एक जुलाई 2017 को भारत में लागू किया गया था। इसे लागू करने से पहले सितंबर 2015 में इंफोसिस को जीएसटी नेटवर्क के लिए प्रौद्योगिकी निर्माण का काम सौंपा गया था।