डाकिया मारता था झपट्टा, ट्यूटर फर्राटे से भगाता था बाइक, एक दर्जन लूटें कबूली

डाकिया मारता था झपट्टा, ट्यूटर फर्राटे से भगाता था बाइक, एक दर्जन लूटें कबूली

ग्वालियर। जनता के घर संदेश पहुंचाने वाले डाकिए की भूख बड़ी तो उसने ट्यूटर के साथ मिलकर लूट की वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया। दोनों बाइक पर सवार होकर पहले मोबाइल छीनते थे और बाद में जिगर पक्का हुआ तो महिलाओं के गले पर झपट्टा मारकर मंगलसूत्र लूटने लगे। पुलिस ने दो आरोपियों की गिरफ्तारी दर्शाते हुए एक दर्जन लूट की वारदातों का खुलासा किया है। जिन्हें बाद में पुलिस ने तीन दिन की रिमांड पर ले लिया है। शहर में ताबड़तोड़ घट रही लूट की वारदातों पर अंकुश लगाते हुए पुलिस ने एक दर्जन वारदातों को ट्रेस कर आरोपियों का खुलासा किया है। पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने लगातार हो रही लूट की बारदातों की रोकथाम के लिए सभी थाना प्रभारियों को टीम बनाकर कार्रवाई के निर्देश दिए थे।

जिस पर एएसपी क्राइम ब्रांच ऋषिकेश मीणा व एएसपी नॉर्थ अमृत मीणा ने डीएसपी क्राइम षियाज के.एम. और सीएसपी महाराजपुरा नागेन्द्र सिंह सिकरवार के को संयुक्त रूप वारदातों को ट्रेस करने का टास्क दिया। जिसके बाद क्राईम ब्रांच और हजीरा थाना पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए संजू उर्फ संजीव शाक्य पुत्र भिखारी लाल को गिरफ्तार किया। जो कि पोस्ट ऑफिस में पदस्थ है। वहीं इस आरोपी के हत्थे ही पुलिस ने उसके साथी सचिन उर्फ संदीप जाटव को धर दबोचा। यह आरोपी पेशे से ट्यूटर था जिसकी गिरफ्तारी होने पर स्थानीय लोग भी अंचभित रह गए। दोनों आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि लूट की शुरूआत मोबाइल छीनने से शुरू की थी। जिसके बाद मोबाइल बेचने में आने वाली कठनाई और कम कीमत के चलते आरोपी महिलाओं को टारगेट कर उनके गले से मंगलसूत्र पर हाथ साफ करने लगे।

सुनसान इलाके में करते थे वारदात

पकड़े गये आरोपी सूनसान क्षेत्र में अकेली पैदल जा रही महिलाओं को अपना शिकार बनाते थे। लूट की बारदात करने के लिये यह लोग मोटर साइकिल की नम्बर प्लेट हटाकर घटना में उसका उपयोग करते थे। पकड़े गये आरोपियों के अन्य साथी लूट की घटना के पहले रैकी करते थे।

यह माल हुआ बरामद

लुटेरों से पुलिस ने माल बरामदी के दौरान में लूटे गये सोने के 4 मंगलसूत्र, 8 मोबाइल, तथा घटना में प्रयुक्त एक मोटर साइकिल मिली है।

ऐसे ट्रेस हुए बदमाश

ताबड़तोड़ लूटों से बौखलाई पुलिस ने जब रूट तैयार फुटेज तलाशें तो पता चला कि आरोपी ने वारदात को अंजाम देने के बाद पानीपुरी के ठेले पर टिक्की खाई है। इस बात की पुष्टि पुलिस को ऐसे हुई जब पुलिस ने ठेलेवाले से पूछताछ की तो पता चला कि वारदातों को अंजाम देने वाला फोन-पे से पेमेंट करके गया है। बस फिर क्या था पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ी और आरोपियों को आड़े हाथ लेकर एक दर्जन लूटों का खुलासा कर दिया।