रेलवे द्वारा बाउण्ड्री कर देने की शर्त, स्मार्ट सिटी दे रही पैसा, तानसेन रोड चौड़ीकरण अटका

रेलवे द्वारा बाउण्ड्री कर देने की शर्त, स्मार्ट सिटी दे रही पैसा, तानसेन रोड चौड़ीकरण अटका

ग्वालियर। हजीरा से पड़ाव रेलवे क्रॉसिंग तक बनने वाली सड़क के मामले में रेलवे व स्मार्ट सिटी आमने-सामने दिखाई दे रहे है। जिसमें रेलवे कह रही है कि सड़क चौडीकरण के लिए निर्माण तोड़कर बाउण्ड्री कर दी जाए, तो स्मार्ट सिटी पैसा देकर खुद हिस्से हटाने की बात करती हुई नजर आ रही है। हालांकि दोनों के बीच सहमति न बनने तानसेन रोड चौड़ीकरण में 650 मीटर हिस्से पर एक साइड रोड बनने के बाद दूसरे हिस्से का काम अटक गया है। स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा लक्ष्मणपुरा रेलवे क्रॉसिंग से लेकर हजीरा चौराहा तक 5.80 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की जाने वाली 2.07 किमी लंबी रोड का निर्माण करवाया जा रहा है।

जिसके चलते लक्ष्मण पुरा डीआरडीओ रेलवे क्रॉसिंग से लोको स्थित रेलवे सामुदायिक भवन तक सड़क बनाने के लिए लोको वाले हिस्से को तोड़कर अलग अलग स्थानों पर पांच से छह मीटर चौड़ीकरण किया जाना है और तुड़ाई केवल रेलवे वाले हिस्से में होना है। क्योंकि सड़क के दूसरी तरफ डीआरडीई की बाउंड्रीवाल है, जिसे बिना केन्द्रीय अनुमति के छेड़ा तक नहीं जा सकता। ऐसे में रेलवे बाउंड्रीवॉल को तोड़ने से पहले पीछे की ओर नई दीवार तैयार करने की तैयारी व सहमति बन चुकी है, लेकिन स्मार्ट सिटी अधिकारियों का कहना है कि वे रेलवे को अपने हिस्से वाली जमीन देने पर निर्माण पीछे हटाने पर खर्च होने वाले पैसा ट्रांसफर करने की बात कह चुके हैं। परन्तु रेलवे अधिकारी स्मार्ट सिटी द्वारा खुद काम करवाने की बात करते हुए नजर आ रहे है और इस मामले में अभी तक कोई निर्णय नहीं हो पाया है और सड़क निर्माण कार्य जारी है।

एक साइड बनी रोड, दूसरे हिस्से का काम अटका

स्मार्ट सिटी द्वारा बीते एक दिन पहले ही लोको से लक्ष्मणपुरा रेलवे क्रॉसिंग तक लगभग 650 मीटर तक डामर सड़क का निर्माण किया गया है। अभी इस पर डिवाइडर बनाकर रेलवे वाले हिस्से की जमीन पर सड़क का निर्माण होना शेष है और इसके बाद वाले हिस्से में फुटपाथ निर्माण होना है।

अभी तक नहीं उखाड़ी गई है सड़क

निर्माणाधीन सड़क पर कुछ दिन पहले ही ठेकेदारी फर्म तोमर बिल्डर्स ने 400 मीटर हिस्से में मानको को धता बताते हुए 13.28 डिग्री पर सड़क डाल दी थी, जिस पर सीईओ नीतू माथुर ने ठेकेदारी फर्म को नोटिस देकर सड़क उखाड़ने के अलावा इंजीनियर को हटाने के निर्देश दिए थे, लेकिन सड़क अभी तक नहीं उखड़ी है।