हिंद महासागर के ऊपर से गुजरा कार के आकार का एस्टेरॉयड 44 हजार किमी प्रति घंटे थी रफ़्तार

हिंद महासागर के ऊपर से गुजरा कार के आकार का एस्टेरॉयड 44 हजार किमी प्रति घंटे थी रफ़्तार

वॉशिंगटन । किसी एसयूवी के आकार का एक एस्टेरॉयड धरती के बेहद पास से गुजर गया है। नासा ने बुधवार को बताया कि 2020 क्यूजी नाम का यह एस्टेरॉयड हिंद महासागर के 1830 मील यानि 2950 किमी की ऊंचाई से होकर गुजरा। एस्टेरॉयड पर नजर रखने वाली नासा की जेट प्रोपेल्सन लेबोरेटरी (जेपीएल) ने कहा कि अगर यह एस्टेरॉयड धरती पर गिरता भी तो इससे कोई खतरा नहीं होता। जेपीएल ने बताया कि इस एस्टेरॉयड का आकार तीन से 6 मीटर के आसपास था। आसमान से गुजरते समय इस एस्टेरॉयड की टक्कर किसी सैटेलाइट से भी नहीं हुई, क्योंकि यह एस्टेरॉयड जिस ऊंचाई से गुजरा उस कक्षा में कई टेली कम्यूनिकेशन सैटेलाइट्स धरती का चक्कर लगाते हैं।

 100 सालों तक नासा की नजर 

नासा का सेंटरी सिस्टम ऐसे खतरों पर पहले से ही नजर रखता है। इसमें आने वाले 100 सालों के लिए फिलहाल 22 ऐसे एस्टरॉइड्स हैं, जिनके पृथ्वी से टकराने की थोड़ी सी भी संभावना है। इस लिस्ट में सबसे पहला और सबसे बड़ा एस्टरॉइड 29075 (1950 डीए) जो 2880 तक नहीं आने वाला है।2020-2025 के बीच 2018 वीपी1 नाम एस्टेरॉयड के पृथ्वी से टकराने की संभावना है, लेकिन यह सिर्फ 7 फीट चौड़ा है। इससे बड़ा 177 फीट का एस्टेरॉयड 2005 ईडी 224 साल 2023-2064 के बीच पृथ्वी से टकरा सकता है।