फिर 17 गेटों से गर्जना के साथ निकली जलधारा

फिर 17 गेटों से गर्जना के साथ निकली जलधारा

जबलपुर । मानसूत्र सत्र में दूसरी बार बड़ा आपरेशन करते हुए बरगी बांध में शुक्रवार की दोपहर बाद गेटों की संख्या 11 से बढ़ाकर 17 कर दी गई। जैसे ही बांध के 6 गेटों को समय अंतराल पर खोला गया, पानी की गर्जना के साथ बांध के सामने धुआंधार सा नजारा निर्मित हो गया। उल्लेखनीय है कि बरगी बांध के कैचमेंट एरिया में लगातार हो रही बारिश के बाद बांध में जलस्तर रिकॉर्ड बना रहा है, बांध में जलस्तर को नियंत्रित करने बांध के 17 गेट खोल गए हैं।

ये है स्थिति

जानकारी के अनुसार शुक्रवार की शाम 5 बजे बांध के 21 में से 17 स्पिल-वे गेट औसतन 2.59 मीटर की ऊंचाई तक खोले गए हैं। रानी अवन्ति बाई लोधी सागर परियोजना ( बरगी बांध ) के मुख्य अभियंता बीएस धुर्वे ने बताया कि 17 गेटों से 2 लाख 33 हजार 114 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इसके साथ ही 7 हजार 063 क्यूसेक पानी जल विद्युत उत्पादन सयंत्रों के माध्यम से भी छोड़ा जा रहा है । इस तरह बांध से कुल 2 लाख 40 हजार 177 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। मुख्य अभियंता के मुताबिक बांध में शाम पांच बजे 1 लाख 76 हजार 559 क्यूसेक पानी प्रवेश कर रहा था और इसका जलस्तर 422.40 मीटर दर्ज किया गया था। यह इसके पूर्ण जलभराव स्तर से मात्र 0.36 मीटर कम है।

नर्मदा तटों पर सतर्क रहने के निर्देश

वहीं बांध के गेटों से अथाह पानी छोड़े जाने के बाद नर्मदा के तटीय क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। बांध प्रबंधन और जबलपुर जिला प्रशासन ने नाविकों, घाटों पर दुकानदारों और तटीय ग्रामों के लोगों से तेज बहाव से दूरी बनाए रखने कहा है। बांध प्रबंधन के अनुसार कभी भी बांध के गेटों की ऊंचाई बढ़ाई जा सकती है, लिहाजा निचले और तटीय क्षेत्रों के लोग पर्याप्त दूरी बनाए रखें, डूब क्षेत्र में प्रवेश नहीं करें।