यूएई के राष्ट्रपति नाहयान के परिवार की संपत्ति 25 लाख करोड़ रुपए

यूएई के राष्ट्रपति नाहयान के परिवार की संपत्ति 25 लाख करोड़ रुपए

दुबई। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान का परिवार 2023 में दुनिया का सबसे अमीर परिवार बन गया है। इस परिवार की अमीरी का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि कसर अल-वतन नाम के जिस राष्ट्रपति महल में ये फैमिली रहती है, वो जो पेंटागन के आकार का तीन गुना ज्यादा बड़ा है। इस परिवार की कुल दौलत भारत के दो सबसे बड़े कारोबारी मुकेश अंबानी और गौतम अडाणी की कुल संपत्ति से भी अधिक है। अमेरिकी एजेंसी जीक्यू की रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान इस परिवार के मुखिया हैं। उनके 18 भाई और 11 बहनें हैं। अल नाहयान के नौ बच्चे और 18 पोते-पोतियां भी हैं।

अल नाहयान शाही परिवार के पास 305 बिलियन डॉलर (25,38,667 करोड़ रुपए) की संपत्ति है। वॉलमार्ट आईएनसी को पीछे छोड़ते हुए 2023 में अल नाहयान दुनिया का सबसे अमीर परिवार बन गया है। परिवार के पास दुनिया के लगभग छह प्रतिशत तेल भंडार, मैनचेस्टर सिटी फुटबॉल क्लब और कई प्रसिद्ध कंपनियों में हिस्सेदारी है। इन कंपनियों में गायिका रिहाना के सौंदर्य ब्रांड फेंटी से लेकर एलन मस्क के स्पेस एक्स तक शामिल हैं।

4 हजार करोड़ रुपए के महल में रहता है परिवार

मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के छोटे भाई शेख हमद बिन हमदान अल नाहयान के पास आठ निजी जेट के अलावा 700 से ज्यादा कारों का कलेक्शन है, इनमें दुनिया की सबसे बड़ी एसयूवी के साथ पांच बुगाटी वेरॉन, एक लेम्बोर्गिनी रेवेंटन, एक मर्सिडीज-बेंज सीएलके जीटीआर, एक फेरारी 599 और एक मैकलेरन एमसी12 शामिल हैं। राष्ट्रपति के भाई तहनून बिन जायद अल नाहयान परिवार की मुख्य निवेश कंपनी के प्रमुख हैं, जिसका मूल्य पिछले 5 सालों में करीब 28,000% बढ़ा है। कंपनी की इस समय वैल्यू 235 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। कंपनी कृषि, ऊर्जा, मनोरंजन और समुद्री व्यवसायों से जुड़ी है, जिसमें हजारों की संख्या में लोग काम करते हैं। यह परिवार अबू धाबी में कसर अल-वतन राष्ट्रपति महल में रहता है। अल नाहयान शाही परिवार के पास में 4,078 करोड़ का राष्ट्रपति महल है। 94 एकड़ में फैले इस बड़े गुंबद वाले महल में 3,50,000 क्रिस्टल से बना एक झूमर और कई बेशकीमती ऐतिहासिक कलाकृतियां हैं। शाही परिवार के पास पेरिस और लंदन सहित दुनिया के कई बड़े शहरों में महंगी संपत्तियां हैं।