शहर में कौन रोक रहा मिलावटी खाद्य पदार्थों की जांच, लैब तैयार

शहर में कौन रोक रहा मिलावटी खाद्य पदार्थों की जांच, लैब तैयार

जबलपुर। मिलावटी खाद्य पदार्थों के सेंपल की जांच के लिए अब भोपाल पर निर्भरता जिम्मेदार जब चाहें खत्म हो सकती है। इसके लिए डुमना रोड पर अत्याधुनिक संसाधनों से युक्त लैब तैयार हो चुकी है, इसमें हर साल ढाई हजार सेंपल तक जांचने की क्षमता है और साढ़े 3 करोड़ रुपए से इसका निर्माण करवाया गया है। इस लैब के बनने से महाकौशल व विंध्य क्षेत्र को फायदा होगा। अब शहर की समझ में यह नहीं आ रहा है कि मिलावटी खाद्य पदार्थों की जांच के लिए तैयार इस लैब को शुरू क्यों नहीं किया जा रहा है, किसके हित इसमें आड़े आ रहे हैं।

प्रदेश में अभी केवल भोपाल में सरकारी खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला है। जहां प्रदेश भर से नमूने जांच केलिए भेजे जाते हैं। इसमें रिपोर्ट आने में देर होती है और मिलावटखोरों के विरुद्ध कार्रवाई में विलंब होता है। इनकी रिपोर्ट आने में महीनों का समय लग जाता है। संभागीय स्तर पर शहर में प्रयोगशाला खुलने से खाद्य पदार्थ एवंदवाओं की गुणवत्ता क ी जांच जल्द होने लगेगी। स्थानीय स्तर पर ही जांच की सुविधा होने से मिलावटखोरों को नोटिस सहित आगे की कार्रवाई की प्रक्रिया तेजी से निपट सकेगी। मिलावट का जल्दी पता चलने पर उस सामग्री को नष्ट करके दूसरे लोगों तक पहुंचने से रोकने में मदद मिलेगी।

विंध्य-महाकौशल दोनों क्षेत्र को लाभ

इस प्रयोगशाला केप्रारंभ होने से शहर के साथ ही महाकौशल व विंध्य क्षेत्र को इसका फायदा मिलेगा। बाजार में बेहतर गुणवत्ता वाली खाद्य सामग्री की बिक्री सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। मिलावटखोरों में भय उत्पन्न होगा।

खाद्य पदार्थों की जांच के लिए लैब का निर्माण हो चुका है और मशीनें लग चुकी हैं,इसकी शुरूआत में किस बात का इंतजार है इसके लिए जानकारी लेता हूं। जल्द ही इसकी शुरूआत की जाएगी। अशोक रोहाणी, विधायक केंट