भारतीय सेना में शामिल होंगे 156 प्रचंड हेलिकॉप्टर

भारतीय सेना में शामिल होंगे 156 प्रचंड हेलिकॉप्टर

नई दिल्ली। भारत की तीन तरफ की अन्तर्राष्ट्रीय सीमाएं दुश्मन देशों से घिरी हुई हैं। इन सीमाओं की सुरक्षा के लिए दिन- रात हजारों सैनिक तैनात रहते हैं। सीमाओं की सुरक्षा को चाक-चौबंद रखने के लिए भारत सरकार हर साल करोड़ों रुपए खर्च करती है। सीमाओं पर तैनात जवानों को किसी चीज की कमी ना हो, सरकार इसका भी ख्याल रखती है। सेना किसी भी मुकाबले में अपने दुश्मन देशों से पीछे ना रह जाए इसके लिए सरकार समय-समय पर कई अपडेट करती रहती है। अब इसी बीच भारतीय वायु सेना ने रक्षा मंत्रालय के समक्ष 156 स्वदेशी लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर्स 'प्रचंड' की मांग रखी है।

माना जा रहा है कि वायुसेना की इस मांग को जल्द ही स्वीकृति प्रदान की जा सकती है। इससे वायु सेना की शक्ति में जबरदस्त इजाफा होगा। यहां एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि यह सभी 156 हेलिकॉप्टर स्वदेशी होंगे। सभी 'प्रचंड' हेलिकॉप्टरों को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) बना रहा है। सेना के कॉम्बैट सर्च एंड रेस्क्यू, डिस्ट्रक्शन ऑफ एनेमी एयर डिफेंस, काउंटर इनसर्जेंसी ऑपरेशन व रिमोटली पायलेटेड एयरक्रॉफ्ट को धराशाई करने में प्रचंड हेलिकॉप्टर खासे मददगार हैं।

बंकर बस्टिंग ऑपरेशंस में सहायता करेंगे हेलिकॉप्टर

यह हेलिकॉप्टर हाई एल्टीट्यूड बंकर बस्टिंग ऑपरेशंस में भी काफी सहायक हैं। इस पर 700 किग्रा तक के हथियार फिट किए जा सकते हैं। इसकी अधिकतम गति 268 किमी प्रतिघंटा है और रेंज 550 किमी है। 156 स्वदेशी लाइट कॉम्बैट 'प्रचंड' हेलिकॉप्टर में से 66 हेलिकॉप्टर वायुसेना को मिल सकते हैं, और 90 प्रचंड हेलिकॉप्टर थल सेना को मिलेंगे। फिलहाल अभी वायु सेना व थल सेना दोनों के पास कुल मिलाकर केवल 15 हेलिकॉप्टर हैं। इनमें से 10 हेलिकॉप्टर वायुसेना के पास हैं और पांच हेलिकॉप्टर थल सेना के पास हैं।

चीन-पाकिस्तान बॉर्डर पर तैनात किया जाएगा

नए हेलिकॉप्टरों को चीन-पाकिस्तान बॉर्डर पर तैनात किया जाएगा। गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना हेलिकॉप्टरों के साथ युद्धाभ्यास भी कर चुकी है। रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, पाकिस्तान की सीमा के पास इसका पहला स्क्वॉड्रन तैनात है। यही कारण है कि अब भारतीय सेना के जवानों के लिए पाकिस्तान सीमा के आसपास निगरानी करना ज्यादा सुविधाजनक और सुरक्षित हो गया है। इन हेलिकॉप्टर की मदद से आर्म्ड फोर्सज को घुसपैठ की वारदातों पर लगाम लगाने में मदद मिली है। बेंगलुरु में एलसीएच का पहला स्क्वॉड्रन बनाया जा चुका है।

हेलिकॉप्टर का वजन 5,800 किग्रा, 2 लोग बैठ सकते हैं

इस हेलिकॉप्टर में दो लोग बैठ सकते हैं। पूरे साजो सामान के साथ इसका वजन 5,800 किलोग्राम है। लगातार 3 घंटे 10 मिनट की उड़ान भरने की क्षमता है। यह 16,400 फीट तक की ऊंचाई पर टेकऑफ कर सकता है। हेलिकॉप्टर की मारक क्षमता बढ़ाने के लिए इसमें 20 मिमी की तोप भी हैं।