1973 में गर्भपात को किया गया था वैध, 50 साल बाद फिर लगी रोक

1973 में गर्भपात को किया गया था वैध, 50 साल बाद फिर लगी रोक

वाशिंगटन। अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात के संवैधानिक अधिकार से जुड़े 50 साल पुराने फैसले को पलट दिया है। इसका मतलब यह है कि अमेरिका में गर्भपात के अधिकार खत्म हो गए हैं। यह डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि वह इस अधिकार की समर्थक रही है। विदित है कि अमेरिका में पिछले 50 सालों से गर्भपात कानून को लेकर विवाद बना रहा है और अमेरिकी समाज भी गर्भपात करवाने के लिए कानून हो या न हो इस मुद्दे पर बंटा रहा है। पिछले महीने की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट का इससे जुड़ा एक ड्राμट लीक हो गया था, जिसके बाद पूरे देश में प्रदर्शन होने लगे थे। इधर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के साथ ही अमेरिका में बवाल भी शुरू हो गया है। बड़ी संख्या में महिलाएं सुप्रीम कोर्ट के सामने खड़े होकर प्रदर्शन कर रही हैं। हालांकि इसके अलावा एक वर्ग कोर्ट के इस फैसले को सेलिब्रेट भी कर रहा है। एंटी-एबॉर्शन कैंपेन चलाने वाले लोग सुप्रीम कोर्ट के बाहर फैसले पर खुशी जता रहे हैं।

रिपोर्ट: पिछले महीने ही लीक हुआ था ड्राμट

मीडिया में लीक ड्राμट के मुताबिक, गर्भपात के अधिकार को खत्म करने की तैयारी थी। ड्राμट में यह सुझाव दिया गया था कि सुप्रीम कोर्ट ने 1973 के रो बनाम वेड के फैसले को पलटने के लिए मतदान किया है। इसके खिलाफ अमेरिका में प्रदर्शन शुरू हो गए। अमेरिकी की एक बड़ी आबादी का मानना है कि गर्भपात करवाना उनका मौलिक अधिकार है और सुप्रीम कोर्ट उनसे यह अधिकार नहीं छीन सकता है।

वर्ष 1973 का फैसला

यह मामला वर्ष 1973 में आया, जिसे रो बनाम वेड से नाम दिया गया। महिला नॉर्मा मैककॉर्वी के दो बच्चे थे, तीसरा आने वाला था,लेकिन वह तीसरा बच्चा नहीं चाहती थीं। वह अमेरिकी फेडरल कोर्ट पहुंची, लेकिन कोर्ट ने गर्भपात की इजाजत नहीं दी। फिर वह सुप्रीम कोर्ट पहुंची, जहां उसके पक्ष में फैसला सुनाते हुए गर्भपात की इजाजत दे दी। तब कोर्ट ने कहा था कि गर्भ पर फैसला महिला करे। उसके बाद महिलाओं को सुरक्षित गर्भपात का अधिकार मिल

गर्भपात के मुद्दे पर बंटे रहे हैं राजनीति दल

???? डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी सहित बाकी कंजरवेटिव समूह और ईसाई चर्च महिलाओं को गर्भपात का अधिकार देने के खिलाफ मुहिम चलाते रहे हैं।

???? जबकि जो बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी और अन्य प्रगतिशील खेमे इस अधिकार के समर्थक रहे हैं। अमेरिका में गर्भपात को जायज ठहराने वाला कोई कानून नहीं है।

कई देशों के लिए उदाहरण बनेगा कोर्ट का फैसला

कोर्ट का ये फैसला गर्भपात कानूनों को आसान बनाने की एक अंतरराष्ट्रीय प्रवृत्ति के खिलाफ दिखाई पड़ता है, जिसमें आयरलैंड, अर्जेंटीना, मैक्सिको और कोलंबिया जैसे देश शामिल हैं, जहां कैथोलिक चर्च का काफी प्रभाव है।

बनेगा नया कानून फैसले का क्या होगा असर

???? सुप्रीम कोटने कहा है कि अमेरिका के सभी राज्य गर्भपात को लेकर अपने नियम-कानून बना सकते हैं. कोर्ट का यह फैसला संभावित रूप से 50 अमेरिकी राज्यों में से लगभग आधे में नए कानूनों को स्थापित करेगा, जो गर्भपात को एक अपराध की श्रेणी में रखेगा या पूर्ण रूप से प्रतिबंधित करेगा।

???? ऐसे में महिलाओं को उन राज्यों में लंबी दूरी की यात्रा करने के लिए मजबूर होना होगा, जो अभी भी प्रक्रिया की अनुमति देते हैं।

???? फैसले ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा 1973 के रो बनाम वेड के उस फैसले को तोड़ दिया, जिसमें कहा गया था कि महिलाओं को अपने शरीर पर निजता के संवैधानिक अधिकार के आधार पर गर्भपात का अधिकार है।