नहीं आ रहे खरीदार , 25 से 30 प्रतिशत पर सिमटा राखी का होलसेल कारोबार

नहीं आ रहे खरीदार , 25 से 30 प्रतिशत पर सिमटा राखी का होलसेल कारोबार

भोपाल। भाई-बहन के पवित्र रिश्ते के पर्व रक्षाबंधन में कुछ दिन ही शेष हैं। उपनगर का बाजार रंग बिरंगी राखियों से सजने लगा है। यहां पर कर्मचारी दिन रात राखियां बनाने में भी जुटे हैं। लेकिन बाजार में अभी ग्राहकी कम है। होलसेल में भी राखी व्यापारियों को ग्राहकों का इंतजार है। बहुत कम लोगों के पहुंचने से कारोबार गति नहीं पकड़ पा रहा है। राखी व्यापारियों ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण हर त्योहार पर संकट के बादल छाए हैं। लॉकडाउन के बाद कर्मचारियों ने तेजी से राखियां बनार्इं। लेकिन सिर्फ 25-30 प्रतिशत ही कारोबार हो रहा है। इस बार यातायात साधन न होने और लॉकडाउन लगने पर नुकसान के डर से खरीददार नहीं पहुंच रहे हैं। बैरागढ़ होलसेल बाजार होने से कई जगह पर राखियां बनाई जाती हैं। दूर-दूर के व्यापारी माल खरीदने आते हैं।

बड़ों के लिए स्टोन से लेकर बच्चों को डोरेमोन तक

राखी के होलसेल कारोबारियों ने बताया कि जिसकी ज्यादा डिमांड होती है, वही राखियां बनाई जा रही है। बड़ों के लिए स्टोन, धागा स्टोन, भैया-भाभी जोड़ा और बच्चों के लिए डोरेमोन, लाइट की राखी, एवेंजर्स, कई तरह के खिलौने, मोटू-पतलू व छोटा भीम जैसी राखियां बनाई जा रही हैं। यह बड़ों के साथ बच्चों को भी काफी पसंद आएंगी। इस बार चाइना की राखियां बाजार में उपलब्ध नहीं हैं। व्यापारियों ने चाइना के माल का बहिष्कार किया है।