शिक्षक बनना चाहती हैं आर्ट्स की टॉपर खुशी सिंह इंजीनियर बन देश की सेवा करना है साक्षी का लक्ष्य

शिक्षक बनना चाहती हैं आर्ट्स की टॉपर खुशी सिंह इंजीनियर बन देश की सेवा करना है साक्षी का लक्ष्य

  मंदसौर । मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा 12वीं कक्षा के साइंस, कॉमर्स, आर्ट्स और वोकेशनल स्ट्रीम के रिजल्ट सोमवार को घोषित किए गए। इस बार 12वीं कक्षा में 68.81 प्रतिशत स्टूडेंट्स पास हुए हैं। इस बार 12वीं की परीक्षा में करीब 8.5 लाख स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। बहुत से स्टूडेंट्स ने इन परीक्षाओं में टॉप किया है। परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भविष्य के बारे में उनकी योजना भी उन्होंने पीपुल्स समाचार से शेयर की है। रीवा की आर्ट्स से टॉपर खुशी सिंह शिक्षक बनना चाहती है, जबकि छतरपुर के नरेंद्र पटेल आईआईटी के लिए तैयारी करना चाहते हैं। ब्यावरा की रियांशी आईएएस बनना चाहती हैं।

  कड़ी मेहनत से लगातार पढ़ाई पर ध्यान दिया, तब मिली सफलता

खुशी सिंह 

विषय: आर्ट्स संकाय 
कक्षा: 12वीं 500/486

सोमवार को 12वीं बोर्ड का परिणाम घोषित हुआ है। जिसमें जिला रीवा के त्यौथर शासकीय कन्या उच्च मा. विद्यालय की छात्रा ने मध्यप्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया। क्षेत्र के विधायक श्यामलाल द्विवेदी ने खुशी सिंह को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस बेटी से हमारे क्षेत्र के बेटी और बेटों को प्रेरणा ग्रहण करना चाहिए। खुशी बेटी ने हमारे त्यौथर क्षेत्र का मस्तक गर्व से ऊंचा किया है। 

मधुलता सिलावट 

विषय: आर्ट्स संकाय 
कक्षा: 12वीं 500/479

नरसिंहपुर उत्कृष्ट विद्यालय की छात्रा मधुलता सिलावट पिता बसंत सिलावट प्रदेश में दूसरे नंबर पर रही। विद्यालय के प्राचार्य वीएस शर्मा एवं क्लास टीचर वंदना जाट  ने  छात्रा की उपलब्धि पर जाहिर करते हुए बताया कि छात्रा नरसिंहपुर जिले की तहसील तेंदूखेड़ा के ग्राम इमझिरी की निवासी है। 

 हर दिन नियमित पढ़ाई की, अब आईआईटी की तैयारी करूंगा 

नरेंद्र कुमार पटेल 

विषय: विज्ञान-गणित 
कक्षा: 12वीं  500/489 

छतरपुर शहर की शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय क्रमांक एक में पढ़ने वाले 12 बी के होनहार छात्र नरेंद्र कुमार पटेल आत्मज स्वामी प्रसाद पटेल ने 500 अंकों के पूर्णांक में 489 अंक अर्जित कर  प्रवीन्या सूची में तीसरा स्थान प्राप्त किया है परीक्षा के लिए बहुत कड़ी मेहनत से तैयारी की थी नरेंद्र ने बताया कि इस सफलता में उनके माता पिता जो की एक किसान है ओर अपने गाव में किसानी करते है  एवं  गुरुजनों का सहयोग महत्वूर्ण रहा है साथ ही साथ उन्होंने बताया कि अभी निकट भविष्य में वे आईआईटी की तैयारी करना चाहते है।

नाम- सुमित शुक्ला  

स्टेट मेरिट- रैंक 9  
स्कूल- कोपल स्कूल   
पिता- अरविंद कुमार शुक्ला (अकाउंटेंट) 
माता- साधना शुक्ला  (हाउसवाइफ ) 
स्ट्रीम-मैथ्स - साइंस 
टोटल मार्क्स - 500 /482
परसेंट- 96.4% 

मैं कोचिंग और सेल्फ स्टडी मिलकर रोजाना 8 घंटे पढ़ाई करता था। एग्जाम से पहले ही मैंने गोल सेट कर लिया था की स्टेट में रैंक लेकर आना है। इसके पहले 10वीं क्लास में भी मैंने भोपाल में थर्ड रैंक हासिल की थी।  तब स्टेट में रैंक नहीं लगी थी अब चाहता था कि मेरी स्टेट में रैंक लगे और मैंने यह मुकाम आज हासिल किया। मुझे अब एनडीए एग्जाम क्रैक कर नेवी ऑफिसर बनना है।  इसके लिए मैं  रोजाना फिजिकल एक्सरसाइज करता हूं।

नाम- वीरू राजा राजपूत 

स्टेट मेरिट- रैंक 7   
स्कूल- मॉडल स्कूल  
पिता- राजेंद्र सिंह राजपूत(हलवाई) 

माता- वंदना राजपूत (हाउसवाइफ ) 
स्ट्रीम- कॉमर्स 
टोटल मार्क्स - 473/500 
परसेंट- 94.6% 

आगे यूपीएससी की तैयारी करनी है 
मैं रोजाना तीन से चार घंटे करता था, मैंने मैथ्स 97 और अकाउंट्स 96 में सबसे ज्यादा फोकस किया। मैंने  स्पेशली इन दोनों विषय की कोचिंग लगाईं थी।  एग्जाम जब शुरू हुए थे  तब लग रहा था कि पूरे सही से गुजर जाएंगे,लेकिन कोरोना की वजह से मेरी लिंक टूट गई।  मैंने हिम्मत नहीं हारी और मेरे बचे हुए विषय जो एक्स्ट्रा टाइम मिला उनकी तैयारी की। आगे अब मुझे  यूपीएससी एग्जाम की तैयारी कर सिविल सर्वेंट बनना है।

रिजल्ट सुनकर पिता की आंख से छलके आंसू 
नाम- अनुज नायक  

स्कूल- सुभाष एक्सीलेंस हायर सेकंडरी  स्कूल, शिवजी नगर 
स्टेट मेरिट- रैंक 10  
पिता- केशव नायक (किराना शॉप) 

माता- सरोज नायक (हाउसवाइफ ) 
स्ट्रीम- कॉमर्स 
टोटल मार्क्स - 470/500 
परसेंट- 94% 

मेरे पिताजी टीकमगढ़ में किराने की दूकान चलाते है। मुझे उनकी एक बात हमेशा याद रहती है कि बेटा मैं ये दूकान चलाता हूं मैं नहीं चाहता तू भी ऐसी कोई दूकान चलाए। जब मैंने उन्हें आज अपना रिजल्ट बताया तब उनकी आंखों में आंसू थे। मेरा  10वीं क्लास के बाद सुपर 100 स्कीम के तहत कॉमर्स स्ट्रीम में सिलेक्शन हुआ था। मैंने शुरू से ही टारगेट बना लिया था की मुझे स्टेट में रैंक लानी है।  मैंने बिज़नेस स्टडी और अकाउंट्स में 97 मार्क्स मिले।  अब आगे मुझे चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना है।

नाम-  प्रशांत गावंडे 

स्टेट मेरिट- रैंक 9 
स्कूल- सुभाष एक्सीलेंस हायर सेकंडरी  स्कूल, शिवजी नगर 
पिता- रमेश गावंडे (नगर पालिका) 
माता- हेमलता गावंडे (हाउसवाइफ ) 
स्ट्रीम- कॉमर्स 
टोटल मार्क्स - 471 /500 
परसेंट- 94.2% 

मैं रहने वाला बैतूल का हूं, लेकिन मेरा 10वीं क्लास के बाद सुपर 100 स्कीम के तहत कॉमर्स स्ट्रीम में सिलेक्शन हुआ था। मैं अपने हॉस्टल फ्रेंड्स के साथ ग्रुप स्टडी करता था।  पेरेंट्स से दूर रहकर भी पढ़ाई करना थोड़ा चैलेंजिंग था,लेकिन अपनी मेहनत और लगन से मैंने आज स्टेट में 9वीं रैंक लाकर घर वालों का नाम रोशन किया। लॉकडाउन की वजह से मेरी पढ़ाई बहुत अफेक्ट हुई ऑनलाइन पढ़ते थे,लेकिन इंटरनेट की दिक्कतों के चलते उतनी अच्छे से नहीं हो पाती थी।  अब मेरा अगला टारगेट सीए बनना है।

  बिना किसी कोचिंग घर पर ही मेहनत और लगन से पढ़ाई की 

  रयांशी शाक्यवार(ब्यावरा) 

रैंकिंग: चौथी

स्ट्रीम- आटर्स 

टोटल मार्क्स -474 /500

परसेंट-94.8%

रियांशी बताती हैं कि उन्होंने बिना टयूशन ओर बिना किसी कोचिंग के पढाई की और अपनी मेहनत के बलबूते 12वीं में यह स्थान बनाया है। उनके माता-पिता शिक्षक हैं। वे कहती हैं कि अपने पिता जितेंद्र शाक्यवार के मार्गदर्शन में ही उन्होंने पढ़ाई की और यह परीक्षा दी। उन्होंने ही लगन व मेहनत के दम पर पढ़ाई करने का जज्बा पैदा किया। जिससे 12वीं की परीक्षा में प्रदेश भर में चौथा स्थान प्राप्त हुआ। वे कहती हैं कि मेरे स्कूल के गुरुओं व मेरे पिताजी का सटीक मार्गदर्शन मेरे काम आया। रियांशी ने कहा कि वह आगे ब्यावरा के शासकीय
महाविद्यालय में ही एडमिशन लेकर ग्रेज्यूएशन करेगी ओर सिविल सर्विसेज की तैयारी करेंगी। वे देश की प्रशासनिक सेवाओं में जाना चाहेगी।

  10 वीं में ही बना लिया था सिविल सर्विसेस में जाने का लक्ष्य 

निकिता पाटीदार (नीमच)

रैंकिंग: तीसरी                                   

स्ट्रीम- आटर्स 

टोटल मार्क्स -476 /500

परसेंट-95.2%

नीमच के के मनासा के रहने वाली निकिता नीमच में ही होस्टल में रहकर पढ़ाई कर रही थी। उनके पिता ग्राम सचिव के पद पर कार्यरत है। 12वीं के टॉपर ों में शामिल होने के बाद वे कहती हैं कि उन्हें पढ़ाई में माता-पिता और परिवार का बहुत सपोर्ट मिला है। निकिता बताती है कि स्कूल के शिक्षकों ने भी उसे पढ़ाई में बहुत मदद की। वे कहती हैं कि स्कूल के प्राचार्य कंवरलाल बामनिया ने उनका बहुत अधिक मार्गदर्शन किया। वे हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते रहते हैं। वे बताती हैं कि सिविल सर्विसेज में जाने का लक्ष्य 10वी कक्षा से ही बना लिया था, इसीलिए कला संकाय का चुनाव किया।  

  इंजीनियरिंग में आगे पढ़ाई करके देश की सेवा करना है लक्ष्य 

  साक्षी मिश्रा(सोहागपुर)  

रैंकिंग:    चौथी                                  

स्ट्रीम-   मैथ्स 

टोटल मार्क्स -487 /500

परसेंट-97.4%

  इस मुकाम पर पहुंचाने में मेरे माता-पिता भाई-बहन सहित गुरुजनों का भरपूरआशीर्वाद मिला है। साक्षी कहती है कि 12वीं में टॉपर्स में आने का सपना तो पूरा हो गया लेकिन अब वे भविष्य में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहती हैं। इसी के माध्यम से देश की सेवा भी करना चाहती हैं। साक्षी बताती हैं कि उन्हें उनकी इस उपलब्धि को पूरा करने मे परिवार के लोगों ने बहुत साथ दिया और पढ़ाई में उसकी काफी मदद की। वह कहती हैं कि स्कूल के शिक्षकों ने भी उसे जब किसी विषय में कठिनाई हुई , उसे तुरंत दूर करने में उसकी मदद की। विभिन्न विषयों की समस्याओं को भी दूर किया। 

  मेरी पढ़ाई के लिए आईएएस  अधिकारी के घर खाना बनाते हैं पिता 

ममता पटेल (भोपाल)     

रैंकिंग: चौथी (जिले में)                              

स्ट्रीम-   कला  

टोटल मार्क्स -460 /500

परसेंट-95.8% 

  भोपाल की ममता पटेल कहती हैं कि उन्होंने 12वीं में कड़ी मेहनत की है। जिसका परिणाम सामने है। वे कहती हैं - मैं चारइमली के पास पंचशील नगर की बस्ती में रहती हूं। मैं घर से दूर हॉस्टल में रहती थी। मेरे पापा मुझे पढ़ाने के लिए आईएएस अधिकारी के घर जाकर खाना बनाते है। मेरी फीस भरने के लिए भी जब उनके पास पैसे नहीं होते थे तब मेरी हिस्ट्री टीचर दिव्या श्रीवास्तव ने कई बार हेल्प की। मेरी भी घर वालों से तीन से चार महीने मुलाकात नहीं हो पाती थी। मेरी डिस्ट्रिक्ट में सेकंड रैंक पाकर बहुत खुश हूं। अब आगे मुझे भी अब आईएएस आफिसर बनना है उसके लिए मैं यूपीएससी की तैयारी करूंगी।  

  दो बार में हुए 12वीं के एग्जाम

एमपी बोर्ड द्वारा 12वीं के एग्जाम दो बार में पूरे कराए गए। पहले 2 मार्च से शुरू हुए पेपर कोरोना संकट के कारण 20 को स्थगित कर दिए गए थे। फिर स्थगित पेपरों के एग्जाम 8 जून से 16 जून के बीच आयोजित कराए गए। स्थगित पेपरों के एग्जाम में भी शामिल नहीं हो पाने वाले छात्रों को एक और मौका दिया जाएगा। इनके लिए स्पेशल एग्जाम आयोजित किए जाएंगे।

 सबसे अधिक टॉपर साइंस समूह में

इस साल साइंस समूह में सबसे अधिक 37 स्टूडेंट्स ने टॉप किया है। दूसरे स्थान पर कॉमर्स के 34 स्टूडेंट्स रहे हैं। बायोलॉजी में 19 और आर्ट में 19 स्टूडेंट्स ने टॉप कर मेरिट लिस्ट में स्थान बनाया है।

 12वीें के मेधावी स्टूडेंट्स को लैपटॉप


12वीं के मेधावी स्टूडेंट्स के लिए लैपटॉप देने की योजना फिर शुरू हो गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि इन स्टूडेंट्स को 25 हजार रुपए और सर्टिफिकेट भी दिए जाएंगे।

 फेक्ट फाइल

8.5 लाख 12वीं के कुल पंजीकृत स्टूडेंट्स।

6,59,729- रेगुलर स्टूडेंट्स के रिजल्ट जारी।

 4,54,008- रेगुलर स्टूडेंट्स पास।

 2,77,750- स्टूडेंट्स फर्स्ट डिवीजन पास।

 1,61,544- स्टूडेंट्स सेकंड डिवीजन पास।

14,704- स्टूडेंट्स थर्ड डिवीजन पास।

 97960 -रेगुलर स्टूडेंट्स को सप्लीमेंट्री
की पात्रता।

 1,23,406 -प्राइवेट स्टूडेंट्स के रिजल्ट जारी

35429- स्टूडेंट्स में पास।

8004 -फर्स्ट डिवीजन में पास।

21021- सेकंड डिवीजन में पास।

 6392- स्टूडेंट्स थर्ड डिवीजन में पास।

 23577 -रेगुलर स्टूडेंट्स को सप्लीमेंट्री
की पात्रता।