जिम्मेदारों की बेरुखी से सड़कों पर वाहन चलाना हुआ दूभर

जिम्मेदारों की बेरुखी से सड़कों पर वाहन चलाना हुआ दूभर

जबलपुर। जिम्मेदारों की बेरुखी शहर के दो पहिया,तीन पहिया या चार पहिया वाहन चालकों के लिए मुसीबत बनी हुई है। कीचड़ और फिसलन सहित पानी से भरे गड्ढेदार सड़कों पर वाहन चलाना सभी के लिए मुश्किल काम बन चुका है। समय रहते सड़कों के गड्ढे भरे नहीं गए जो बारिश में वाहन चालकों को चोटिल कर रहे हैं। शहर की ज्यादातर सड़कों व उपनगरीय इलाकों की सभी सड़कों की हालत खराब है। विगत दो वर्षों से नगर निगम ने इस तरफ कतई ध्यान नहीं दिया है। स्मार्ट सिटी ने केवल चंद इक्का-दुक्का सड़कों को स्मार्ट बनाने के लिए काम किए हैं मगर बारिश के इनके अधूरे काम भी परेशानी खड़ी कर रहे हैं।

रोज फिसल रहे वाहन

चालक सबसे ज्यादा परेशानी दो पहिया वाहन चालकों को हो रही है जो अधूरे निर्माण कार्यों के चलते वाहन से फिसलकर गिर रहे हैं और चोटिल हो रहे हैं। विगत पखवाड़े भर से शहर मे जारी रिमझिम बारिश में जगह-जगह खराब सड़को से वाहन निकालना और सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है।

इन रास्तों पर परेशानी ज्यादा

फ्लाई ओवर निर्माण का पूरा मार्ग जिसमें मदनमहल से थाने की ओर, मदनमहल थाने से रानीताल, हनुमान मंदिर से ट्रैफिक थाना मार्ग,रानीताल चौराहा, दमोहनाका से आईटीआई, गढ़ा पंडा मढ़िया से धनवंतरी नगर मार्ग केवल बानगी है,कमोबेश यही हालत शहर के सभी हिस्सों में बनी हुई है।

सभी जोन को निर्देश दिए गए हैं कि जहां सड़कें ज्यादा खराब हैं वहां पर अस्थाई रूप से गड्ढे भरने के लिए गत दिवस ही निर्देश दिए हैं। -जगत बहादुर सिंह अन्नू, महापौर

सड़कों की हालत ऐसी है कि वाहन चलाने में लगता है कि सरकस में करतब कर रहे हों। तेज वाहन भी नहीं चलाने पर जगह-जगह वाहन फिसल रहे हैं। -विनोद सतनामी, गढ़ा निवासी

कम से कम सड़कों में ईंट रोड़े पत्थर ही गड्ढों में भरवा दिए जाएं जिससे कम से कम पानी से भरे गड्ढे तो नजर आएं। -प्रिंस साहू, रानीताल निवासी