घंटों खड़े रहने के बाद भी बुजुर्गों को दूसरे दिन आने का फरमान सुना देते हैं आपरेटर

घंटों खड़े रहने के बाद भी बुजुर्गों को दूसरे दिन आने का फरमान सुना देते हैं आपरेटर

जबलपुर । पिछले कई महीनों से आधार कार्ड अपडेट करवाना आम नागरिकों के लिए बेहद मुसीबत का काम बन चुका है। कोरोना महामारी के चलते कलेक्ट्रेट स्थित आधार केन्द्र को बंद किया गया है और निजी बैंकों सहित नगर निगम के जोन कार्यालयों में इसका काम शुरू किया गया है,जहां कई-कई चक्कर काटने के बाद भी काम नहीं हो पा रहे हैं। जहां बैंकों में अप्वाइंटमेंट सिस्टम लागू किया गया है तो नगर निगम के जोनों में कतार में लगकर घंटों बरबाद करने के बाद भी बुजुर्गों तक को दूसरे दिन आने का फरमान सुना दिया जाता है। आधार अपडेट न होने से राशन मिलने से लेकर, छात्र-छात्राओं को मनचाहे कोर्स में आन लाइन एडमीशन तक की दिक्कतें आ रही हैं। अनिवार्यता होने के कारण लोग परेशानियों के बावजूद इसी प्रयास में रहते हैं कि किसी तरह से उनका आधार कार्ड अपडेट हो जाए। पता,जन्म तिथि,उम्र,नाम या पिता का नाम अधूरा रहने या बनते समय कोई कमी के चलते आधार कार्ड अपडेट करने की जरूरत होती है। बिना इसके आन लाइन सिस्टम एप्लीकेशन ही नहीं लेता।

बैंक प्रबंधन कर रहा परेशान

आधार अपडेट करने के लिए यश बैंक,एक्सिस बैंक,एचडीएफसी बैंक जैसे कई बैंकों को अधिकृत किया गया है मगर ये बिना अप्वाइंटमेंट आधार अपडेट नहीं करते।अप्वाइंटमेंट भी एमपी आन लाइन से लेना होता है। कम पढ़े लखे लोगों के लिए यहां से आधार अपडेट करवाना संभव ही नहीं होता।

किसलिए होती है जरूरत

गरीबी रेखा के नीचे के राशन कार्डधारियों को अंगूठे या हस्ताक्षर मैच न होने से,कार्ड में किसी तरह का सुधार होने पर आधार अपडेट करवाना होता है। इसी तरह स्कूली बच्चों को ऊपरी कक्षाओं में एडमीशन व अन्य औपचारिकताओं में आधार अपडेट करवाना होता है। पुराने बने आधार कार्ड में नाम,पते,उम्र या अन्य कमियां या त्रुटियां होने पर इसमें सुधार करवाना होता है। बिना इसके आगे की प्रक्रिया होना संभव ही नहीं है।