एक सेशन में 75% टेस्ट खेलने पर प्रति मैच 45 लाख मिलेंगे

बीसीसीआई ने टेस्ट मैच को बढ़ावा देने के लिए की घोषणा

एक सेशन में 75% टेस्ट खेलने पर प्रति मैच 45 लाख मिलेंगे

धर्मशाला। टेस्ट क्रिकेट को प्राथमिकता देने के वादे को पूरा करते हुए भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने उन खिलाड़ियों के लिए प्रत्येक मैच के लिए 45 लाख रुपए का प्रोत्साहन देने का फैसला किया जो हर सत्र में निर्धारित 75 प्रतिशत या इससे ज्यादा मैच खेलते हैं। सचिव जय शाह ने शनिवार को इसकी घोषणा की। एक टेस्ट खिलाड़ी जो एक सत्र में लगभग 10 टेस्ट मैच में हिस्सा लेता है, उसे बतौर प्रोत्साहन 4.50 करोड़ रुपए की राशि मिलेगी जो उसकी संभावित 1.5 करोड़ रुपए की मैच फीस (प्रत्येक मैच 15 लाख रुपए) से इतर होगी।

45 करोड़ खर्च होंगे

शाह ने कहा कि बोर्ड 2022-23 और 2023-24 सत्र के लिए करीब 45 करोड़ रुपए की राशि खर्च करेगा। इसमें खिलाड़ियों को आईपीएल अनुबंध से कहीं ज्यादा कमाई होगी। यह दिखाता है कि आईपीएल महत्वपूर्ण है, लेकिन द्विपक्षीय क्रिकेट भी बहुत जरूरी है। 2022-23 सत्र से टेस्ट क्रिकेट प्रोत्साहन योजना टेस्ट मैच के लिए मौजूदा 15 लाख रुपए की मैच फीस के लिए अतिरिक्त पुरस्कार के तौर पर काम करेगी।

दो साल पहले से लागू होगा :

यह प्रोत्साहन पूर्व प्रभावी होगा जिसका असर 2022-23 सत्र के दौरान टेस्ट क्रिकेट में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों पर भी होगा। उदाहरण के तौर पर भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने 2023-24 सत्र के दौरान सभी 10 टेस्ट खेले हैं तो उन्हें टेस्ट क्रिकेट को प्राथमिकता देने के लिए 1.5 करोड़ रुपए (15 लाख गुणा 10) की मैच फीस मिलेगी। उन्हें 4.5 करोड़ रुपए (45 लाख गुणा 10) भी मिलेंगे। इसलिए उनकी टेस्ट क्रिकेट से ही छह करोड़ रुपए की कमाई हो जाएगी। यह फीस वन डे और टी 20 से अलग होगी।

इन खिलाड़ियों के कारण लिया गया फैसला

यह फैसला कुछ खिलाड़ियों जैसे इशान किशन, श्रेयस अय्यर और दीपक चाहर के बोर्ड के लाल गेंद के क्रिकेट को प्राथमिकता देने के आदेश की अनदेखी के बाद लिया गया। ये खिलाड़ी रणजी ट्राफी क्रिकेट खेलने के बजाय अपनी इंडियन प्रीमियर लीग टीम के लिए ट्रेनिंग में जुटे थे। जब द्रविड़ से अय्यर और किशन के टेस्ट भविष्य के बारे में पूछा गया तो द्रविड़ ने कहा, रोहित और मैं अंतिम एकादश चुनते हैं। कभी कभार मुझे नहीं पता होता कि कौन खिलाड़ी अनुबंधित है और कौन नहीं। कोई भी खिलाड़ी योजना से बाहर नहीं है।

यह देखकर अच्छा लगा कि क्रिकेट के सबसे कठिन फॉर्मेट टेस्ट क्रिकेट को रिकग्निशन मिल रहा है। केवल राशि ही टेस्ट खेलने के लिए प्रोत्साहन न हो, खिलाड़ियों की रुचि इसमें रहे। - राहुल द्रविड़, मुख्य कोच

मुझे सीनियर पुरुष टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट प्रोत्साहन योजना की शुरूआत करने की घोषणा करके खुशी हो रही है। यह कदम हमारे खिलाड़ियों को वित्तीय विकास और स्थिरता मुहैया कराने के उद्देश्य से उठाया गया है। - जय शाह, सचिव बीसीसीआई