मनेरी में मातमी सन्नाटा, आक्रोश के बीच उठीं अर्थियां

मनेरी में मातमी सन्नाटा, आक्रोश के बीच उठीं अर्थियां

जबलपुर । मनेरी में गुरुवार की सुबह मातमी सन्नाटे के शुरू हुई, एक ही परिवार के छह सदस्यों की मौत पर सभी आक्रोशित थे, हत्यारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई को लेकर जहां लोगों ने पुलिस और प्रशासन पर गुस्सा जताया, वहीं गांव में भारी पुलिस बल तैनात रहा। मालूम हो कि सीमा से लगे औद्योगिक क्षेत्र मनेरी में जमीनी झगड़े को लेकर हुए जघन्य हत्याकांड में लोगों की मौत के बाद भारी तनाव रहा।

अंतिम संस्कार रोका, कार्रवाई की मांग

आक्रोशित ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम के बाद पहुंचे शवों का अंतिम संस्कार रोकते हुए सड़क पर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप था कि दोनों परिवारों के बीच चल रहे विवाद की शिकायत पुलिस को पहले दी गई थी, लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया।

पुलिस पर भी उठाए सवाल

मनेरी के लोगों का कहना था कि नृशंस हत्याकांड की सूचना मिलने के करीब 2 घंटे बाद पुलिस गांव पहुंची थी। मनेरी पुलिस चौकी में एक भी पुलिस कर्मी मौजूद नहीं था। बीजाडांडी से आने वाला पुलिस बल भी तत्काल सक्रिय नहीं हुआ।

आरोपी को आज ही दो फांसी

मनेरी गांव में गुरुवार को जैसे ही सोनी परिवार के बच्चों सहित 6 शव गांव पहुंचे तो उन्हें देखने के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गई। आक्रोशित ग्रामीण मांग कर रहे थे कि मेडिकल में भर्ती एक जिंदा आरोपी संतोष सोनी को यहां लेकर आएं, उसे गांव में आज ही गांव में फांसी दी जाए, तब अंतिम संस्कार किया जाएगा। भड़के ग्रामीणों को मनाने के लिए पुलिस-प्रशासन के अधिकारी ग्रामीणों सहित गांव के बुजुर्गों से बातचीत कर मामले को शांत कराने का प्रयास करते रहे। अधिकारियों तथा कुछ ग्रामीणों के अथक प्रयास के बाद मनेरी में मृतकों के अंतिम संस्कार किए गए।

मृतक आरोपी का शव नहीं लिया

आरोपी मृतक संतोष की लाश लेने कोई तैयार नहीं जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने वाले आरोपी संतोष की मौत ग्रामीणों की पिटाई में हुई थी। निवास में हुए पोस्टमार्टम के बाद संतोष का शव लेने कोई तैयार नहीं था। आरोपी संतोष की लाश गांव ले जाना पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने हालात को देखते हुए उचित नहीं समझा। किसी व्यक्ति का शव पर कोई क्लेम न होने पर उसका अंतिम संस्कार निवास में किया गया। पड़वार और जबलपुर भेजे गए शव भारी पुलिस सुरक्षा के साथ रज्जन सोनी, विनोद सोनी, ओम और श्रेयांश सोनी के शव अंतिम संस्कार के लिए उनके गांव मनेरी पहुंचाए गए। बेटी रानू उर्फ प्रिया का ससुराल जबलपुर में है,उसका अंतिम संस्कार यहीं होगा। इसी तरह रज्जन के समधी दिलीप सोनी का शव उनके गांव पड़वार भेजा गया है।

राज्यपाल के नाम ज्ञापन

जघन्य हत्याकांड को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी ने राज्यपाल के नाम का ज्ञापन कलेक्टर मंडला को सौंपते हुए कहा कि बीते दिनों में जिले में कई हत्याएं हो चुकी है। अपराधियों में पुलिस और कानून का भय सामाप्त होता जा रहा है।