अब सरकार IRCTC में OFS के जरिए बेचेगी हिस्सा, विनिवेश विभाग ने बोली मंगाई

अब सरकार IRCTC में OFS के जरिए बेचेगी हिस्सा, विनिवेश विभाग ने बोली मंगाई

नई दिल्ली। भारतीय रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) में सरकार अपनी हिस्सेदारी बेचने जा रही है. CNBC आवाज़ को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक,  IRCTC में OFS के जरिए हिस्सा बेचा जाएगा. इसके लिए  विनिवेश विभाग ने मर्चेंट बैंकर्स की नियुक्ति के लिए बोलियां मंगाई है. इसको लेकर प्री-बिड मीटिंग 3 सितंबर को होगी. मौजूदा समय में सरकार की IRCTC में 80 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी है. आपको बता दें कि ये रेलवे की सब्सिडियरी कंपनी है. इसके जरिए सभी लोग घर बैठे ट्रेन टिकट बुक करते है. इसके अलावा IRCTC प्राइवेट ट्रेन भी चलाती है.

IRCTC की शेयर बाजार में एंट्री अक्टूबर 2019 में हुई थी. 320 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले शेयर 626 रुपये के भाव पर लिस्ट हुआ. बुधवार को शेयर 1363 रुपये के भाव पर बंद हुआ.

IRCTC रेलवे में केटरिंग की सर्विस देती है. इसके साथ ही ऑनलाइन टिकट बुकिंग और पैकेज्ड ड्रिंक वाटर बेचती है. IRCTC Asia-Pacific की व्यस्ततम वेबसाइट में शामिल है. इसके जरिए हर महीने 2.5-2.8 करोड़ टिकट बिक्री होती है. रोजाना इसकी वेबसाइट पर 7 करोड़ login होते हैं.
 
क्या होता है ओएफएस- ओएफएस को ऑफर फॉर सेल कहते है. शेयर बाजार में लिस्‍टेड कंपनियों के प्रमोटर्स अपनी हिस्सेदारी को कम करने के लिए इसका इस्तेमाल करते है. सेबी के नियमों के मुताबिक जो भी कंपनी ओएफएस जारी करना चाहती है, उसे इश्यू के दो दिन पहले इसकी सूचना सेबी के साथ-साथ एनएसई और बीएसई को देनी होती है.