माफियाओं से चूकी पुलिस, तस्कर आंखों के सामने से भगा ले गए शराब से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली

माफियाओं से चूकी पुलिस, तस्कर आंखों के सामने से भगा ले गए शराब से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली

ग्वालियर। आचार संहिता के बीच पुरानी छावनी थाना पुलिस बड़ी सफलता हाथ लगने से चूक गई। पुलिस फुलप्रूफ इन्फॉर्मेशन पर घात लगाए बैठी थी। लेकिन इसी बीच शराब तस्कर ऐसे रास्ते से भाग निकले जहां सरकारी वाहन ट्रैक्टर-ट्रॉली के सामने बौने रह गए। जिसका नतीजा यह निकला की लाखों की अवैध शराब पुलिस के हाथ लगने से पहले ही निकल गई। हुआ यूं कि पुरानी छावनी थाना पुलिस को ट्रैक्टर-ट्रॉली में शराब की पेटियां भरकर लाए जाने का इनपुट मिला था।

मुखबिर ने बताया था कि रायरू स्थित ठेके से ट्रॉली में भारी मात्रा में शराब लोड की गई है, यह शराब रायरू से निरावली तक पहुंची ही थी कि तभी पुरानी छावनी पुलिस शराब के जखीरे को पकड़ने के लिए माफियाओं के पीछे लग गई। कुछ दूरी तक पुलिस टीम ने तस्करों का पीछा किया, लेकिन ट्रैक्टर की रμतार के सामने पुलिस के सरकारी वाहन बौने पड़ गए। इस संबंध में जब टीआई पुरानी छावनी विनय तोमर से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि शराब माफियाओं के पीछे देर रात पुलिस की टीम लगी थी। तभी गाड़ियां छोटी होने के कारण उबड़-खाबड़ रास्ते पर तस्कर ट्रैक्टर-ट्रॉली भगाकर निकल गए।

हाथ से खिसके माफिया, लकीर पीट रही पुलिस

फुलप्रूफ इंफॉर्मेशन पर भी हाथ से खिसके माफियाओं के बाद पुलिस लकीर पीटती नजर आ रही है। टीआई ने इस मामले में गाड़ियों की दुहाई दी है तो सर्किल के वरिष्ठ अफसर ने इस बात की भनक तक ना होना बताया है। सूत्रों के मुताबिक माफियाओं का पुलिस से आमनासा मना होने के बाद वह निरावली से गोपालपुरा होते हुए निकल गए।

कलेक्टर-एसपी ने चेक किया था प्वाइंट

हैरत की बात यह है कि पुलिस और शराब माफिया के आमने-सामने आने से पहले कलेक्टर रुचिका चौहान और एसपी धर्मवीर सिंह ने अंतर जिला चेकपोस्ट निरावली पर सुरक्षा व्यवस्था परखी थी। जिसके कुछ देर बाद ही माफिया इसी चेक पोस्ट के पास से गुजरे और हाथ से फिसल गए।

पुलिस के लिए चुनौती बने यह माफिया

ग्वालियर पुलिस ने कई बड़े-बड़े कांड के खुलासे किए हैं। फिर ये तो छाती के सामने से गुजरने वाली बात है। ऐसे में जिले के नए कप्तान को भी इस मामले की भनक लग गई थी, लेकिन माफियाओं के हौसले इतने बुलंद निकले कि वह पुलिस की टीम को ही आंखों के सामने चकमा देकर निकल गए।

यह तो बहुत गंभीर मामला है, चुनाव के दौरान ऐसी कार्रवाई में हुई चूक के क्या कारण रहे इसे मैं दिखवाता हूं। जल्द ही इन माफियाओं की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अरविंद कुमार सक्सेना, एडीजी