शहर पानी पानी...इंडस एम्पायर में बोट से किया रेस्क्यू

शहर पानी पानी...इंडस एम्पायर में बोट से किया रेस्क्यू

भोपाल। राजधानी में शुक्रवार रात से शुरू हुआ तेज बारिश का दौर शनिवार को भी जारी रहा। सड़कों, निचले इलाकों में पानी भरने से जन जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जलस्तर बढ़ने के कारण बड़ी झील का पानी बैरागढ़ के आगे चिरायु अस्पताल तक भर गया। नगर निगम आपात नियंत्रण केंद्र सहित निगम के कॉल सेंटर में बीते 24 घंटों में कॉलोनियों और बस्तियों में पानी भरने, नाले-नालियां चोक होने, पेड़ गिरने आदि की 400 से अधिक शिकायतें आइ। इधर, स्वर्ण जयंती पार्क के पीछे स्थित इंडस एम्पायर फेज-3 में सुबह तीन से चार फीट पानी भर गया था। देर शाम तक यह पानी बढ़ता गया। इस दौरान पूरी पार्किंग डूब गई थी। सूचना मिलने के बाद रात करीब 10 बजे एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीम कॉलोनी में पहुंची। रेस्क्यू टीमों ने पांच से सात परिवारों के 30 से 35 लोगों को बोट से रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला।

बाइक समेत नाले में बहा युवक, पुलिस ने बचाया

परवलिया इलाके में नाले में बहे युवक राहुल बघेल को निकालते पुलिसकर्मी। दोपहर में पुलिस को सूचना मिली थी कि शांति इन्क्लेव स्टार सिटी के पास शांति एन्क्लेव चंदूखेड़ी निवासी बाइक सवार युवक नाले में बह गया है। पुलिस ने उसे रस्से के सहारे सकुशल बाहर निकाल लिया। राहुल ने बताया कि नाले के ऊपर से पानी बह रहा था। वह उसे पार करने की कोशिश कर रहा था। जैसे ही बीच में पहुंचा, उसकी बाइक फिसल गई और वह बहने लगा। इस दौरान एक स्थान पर बाइक फंसी तो वह उसे पकड़कर खड़ा हो गया।

अटल अयूब नगर में मकान की छत गिरी, जनहानि नहीं

जहांगीरिया स्कूल और दामखेड़ा बस्ती में एक मकान की दीवार ढह गई। वहीं अटल अयूब नगर में भी एक मकान की छत तेज बारिश में गिर गई। कोलार स्थित शिरडीपुरम सार्इं मंदिर की दीवार कलियासोत नदी के बहाव में बह गई।

डैम, तालाब और जल भराव वाले क्षेत्रों में न जाएं

भारी बारिश को देखते हुए कलेक्टर अविनाश लवानिया ने दाम खेड़ा, कलियासोत और अन्य जगहों पर शिट किए गए लोगों की रहने खाने- पीने की व्यवस्था का जायजा लिया। कलेक्टर ने शहर वासियोंसे जल भराव वाले इलाकों और तालाबों के आसपास नहीं जाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि घर पर सुरक्षित रहें। कोराना महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए भी यह जरूरी है कि घरों में ही रहें। विशेषकर बच्चों को समझाएं और डैम, तालाबों और जल भराव वाली जगहों पर नहीं जाने दें।