शोधपत्र में दावा, एलियन्स ने हमसे नहीं किया संपर्क

शोधपत्र में दावा, एलियन्स ने हमसे नहीं किया संपर्क

येरूसलम। एक नए शोधपत्र में कहा गया है कि एलियंस उन ग्रहों में रुचि नहीं रखते जिनमें जीवन अभी सिर्फ जैविक (बायलॉजिकल लेवल) स्तर पर है। वे उन ग्रहों पर जाने में ज्यादा उत्सुक होंगे जहां जीवन तकनीकी रूप से काफी उन्नत व्यवस्था को प्राप्त कर चुका हो। इस शोधपत्र को हिब्रू यूनिवर्सिटी (येरूसलम) के एस्टरोफिजिसिस्ट एमिल वंडेल ने लिखा है। इस पेपर के माध्यम से फर्मी पैराडॉक्स पर भी प्रकाश डाला गया है। फर्मी पैराडॉक्स में कहा गया है कि ब्रह्मांड की उम्र को देखते हुए कहा जा सकता है कि बुद्धिमान एलियंस ने लंबी दूरी के स्पेस ट्रैवल की तकनीक तैयार कर ली होगी। यह भी कहा जा सकता है कि वो अब तक पृथ्वी की यात्रा कर चुके होंगे। हालांकि (हमारी जितनी भी जानकारी है उसके अनुसार) मिल्की वे गैलेक्सी में हमारे अलावा कोई अन्य बुद्धिमान प्राणी नहीं हैं खास बात यह है कि पृथ्वी पकड़े जा सकने योग्य रेडियो सिग्नल्स को 1903 से ही छोड़ रही है।

क्षुद्र जीवों पर समय व्यर्थ नहीं करेंग

एलियंस के बारे में जानकारी नहीं होने या हमारा उनसे संपर्क नहीं होने के विषय में विशेषज्ञों की दूसरी राय यह है कि शायद वे पहले पृथ्वी पर आए होंगे, उस समय जब हम उनकी यात्रा को रिकॉर्ड करने के ज्ञान से काफी पीछे रहे होंगे। यह भी हो सकता है कि ऐसी यात्राएं मानवों के अस्तित्व में आने से पहले हुई होंगी। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि लंबी दूरी का स्पेस ट्रैवल हमारी कल्पना से कहीं ज्यादा कठिन है। एक थ्योरी यह भी कहती है कि एलियंस की एडवांस सभ्यताएं हाल के कुछ समय में तैयार हो सकी हों और पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाई हों। उन्होंने ब्रह्मांड में नहीं जाने का निर्णय लिया हो या फिर यह भी संभव है कि उन्होंने खुद को खत्म कर लिया हो। एक न्यूज पेपर में वंडेल ने कहा कि हो सकता है कि मिल्की वे में जीवन सामान्य रूप से पाया जाता हो। तारों के आसपास जीवन को सपोर्ट करने वाले जोन में कई ग्रहों पर जीवन हो, लेकिन एलियंस अपना समय एल्गी या अमीबा जैसे प्राणियों पर नहीं खर्च करेंगे। वे अपने सिग्नल सभी को भेजने में ऊर्जा और संसाधन व्यर्थ नहीं करेंगे। अगर जीवन सामान्य रूप से पाया जाता है तो एलियंस की ज्यादा रुचि तकनीक में होगी। लेकिन सिग्नल पकड़ा काफी मुश्किल होगा।

संभावना: हमारे इंतजार में हों बुद्धिमान जीव

पृथ्वी के सबसे पुराने रेडियो सिग्नल्स ब्रह्मांड में नहीं भेजे गए थे। एलियंस को हमारा पहला सिग्नल एम 13 तारा समूह को भेजा गया था। कुछ वैज्ञानिकों का कहना है कि अब समय आ गया है कि दूसरा सिग्नल भेजा जाए। वंडेल का कहना है कि मिल्की वे में अगर 10 करोड़ से ज्यादा तकनीकी रूप से समृद्ध ग्रह नहीं है तो संभावना है कि हमारा सिग्नल किसी बुद्धिमान जीवों तक नहीं पहुंचा हो। अब जरूरत है कि फिर से नए सिग्नल भेजे जाएं। यह सामने आया है कि करीब 50 प्रकाश वर्ष तक कोई बुद्धिमान सभ्यता किसी ग्रह पर नहीं है। लेकिन हो सकता है कि कहीं बुद्धिमान जीव हमारे सिग्नल का इंतजार कर रहे हों।