मांडू के प्राकृतिक सौंदर्य को 2,000 पन्नों में उतारकर यूनेस्को भेजा जाएगा, ताकि घोषित हो वर्ल्ड हेरिटेज

मांडू के प्राकृतिक सौंदर्य को 2,000 पन्नों में उतारकर यूनेस्को भेजा जाएगा, ताकि घोषित हो वर्ल्ड हेरिटेज

भोपाल। ‘सिटी आफ जॉय’ नाम से मशहूर मप्र के प्रमुख पर्यटन स्थल मांडू को विश्व धरोहर घोषित कराने की तैयारी में सरकार जुट गई है। इसके लिए 2,000 पेज का डोजियर तैयार किया गया है। इसमें मांडू के प्राकृतिक सौंदर्य, निर्माण प्रौद्योगिकी, कला-संस्कृति और वास्तुशिल्प सहित अन्य खूबियों का जिक्र किया गया है। यह अपडेट डोजियर हेरिटेज मैनेजमेंट प्लान के साथ यूनेस्को भेजा जाएगा। केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालय ने भी मांडू के साथ भेड़ाघाट और देश की छह अन्य धरोहरों के लिए नए सिरे से पहल शुरू की है। धार जिले में विंध्याचल की पहाड़ियों के बीच 1,400 साल पुरानी इस ऐतिहासिक धरोहर के प्राकृतिक सौंदर्य का जिक्र ऐतिहासिक दस्तावेज ‘जहांगीरनामा और अकबरनामा’ में भी हैं। इसे वर्ल्ड हेरिटेज घोषित कराने के प्रयास 22 साल से चल रहे हैं।

मांगा हेरिटेज मैनेजमेंट प्लान

पिछले साल केंद्र सरकार ने प्रस्ताव बढ़ाया था, लेकिन यूनेस्को ने अपडेट डोजियर मांगा है, जिसमें ‘हेरिटेज मैनेजेमेंट प्लान’ तलब किया गया है। मप्र में अभी सांची, खजुराहो के मंदिर और भीमबैठका को वैश्विक धरोहर का दर्जा प्राप्त है।

मांडू, भेड़ाघाट के लिए अपडेट डोजियर तैयार

मांडू, भेड़ाघाट सहित देश की अन्य धरोहरों को विश्व विरासत का दर्जा दिलाने के लिए अपडेट डोजियर तैयार कराए जा रहे हैं। यूनेस्को द्वारा चाहे गए सभी दस्तावेज लगाने के लिए संबंधित राज्य सरकारों और अधिकारियों को निर्देशित किया है।