5 स्टार होटल नहीं, कबेलू वाले मकानों में रुकेंगे पर्यटक

5 स्टार होटल नहीं, कबेलू वाले मकानों में रुकेंगे पर्यटक

इंदौर। टेंट सिटी, 5 स्टॉर होटल जैसी सुख सुविधाओं से परे देश और विदेश से आने वाले पर्यटक अब कबेलू और कच्चे मकानों में रुककर नया अनुभव प्राप्त करेंगे। मप्र टूरिज्म बोर्ड साल 2024 में 100 गांव में पर्यटन की नई ऊर्जा भरने जा रहा है। प्रदेश के 6 बड़े जोन के 100 ऐसे गांव को चिन्हित किया गया है जो प्रसिध्द पर्यटन स्थलों से जुड़े हुए हैं। इनमें से 30 गांव में पर्यटन शुरू भी हो चुका है। इन गांव में कच्चे कबेलू वाले मकान बनाए गए हैं जहां पर्यटक एक नया अनुभव प्राप्त करेंगे। मप्र टूरिज्म बोर्ड के डायेक्टर मनोज कुमार सिंह ने बताया कि इस साल हमारा लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों पर है। राज्य के 6 जोन महाकोशल, बुंदेलखंड, बघेलखंड, ग्वालियर-चंबल, मालवा और निमाड़ के 100 गांवों की एक चेन तैयार की जाएगी जो इन गांवों को आपस में जोड़ेगी।

इन घरों का एक दिन का किराया ढाई हजार रुपए

मनोज सिंह ने बताया कि 100 में से 30 गांव बनकर तैयार हैं। हम पर्यटकों को रुकने, घूमने, यहां के कल्चर से अवगत कराने के साथ हर वो चीज जो पर्यटक देखना या महसूस करना चाहता है, उन सब सुविधाओं का ध्यान रखा है। पर्यटकों को इन घरों में अहसास गांव वाला ही आए। इन घरों का एक दिन का प्रति व्यक्ति किराया 2,500 रुपए रखा है। इसमें नाश्ता, दोपहर का भोजन, हाईटी, रात का भोजन शामिल है।

मप्र टुरिज्म इस बार ग्रामीण टूरिज्म को लेकर 2024 में नई उर्जा लगा रहा है। पर्यटकों को नए अनुभव व कई ऐसे प्रोडक्ट दिखाई देंगे जो उनकी पहुंच से काफी दूर रहते हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों का विकास होगा। - विवेक श्रोत्रिय, एमडी, मप्र पर्यटन