ढाई हजार सरकारी भवनों की छतों पर पैदा होगी 200 मेगावाट बिजली

ढाई हजार सरकारी भवनों की छतों पर पैदा होगी 200 मेगावाट बिजली

भोपाल। प्रदेश के सरकारी भवनों में अगले तीन सालों में प्रदेश की 2500 से अधिक सरकारी भवनों की छतों पर 200 मेगावाट सोलर एनर्जी का उत्पादन किया जाएगा। सोलर रूफ टॉप संयंत्र से सरकारी भवन तो रोशन होंगे ही साथ ही वे बिजली कंपनियों को बिजली बेचकर लाभ भी कमा सकेंगे। हालांकि पिछले दो साल में करीब 200 से अधिक भवनों की छतों पर 30 मेगावाट और निजी घरों में एक मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। राज्य सरकार ने नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्रालय भारत सरकार के मार्गदर्शन में राज्य के सरकारी भवनों और आवासीय क्षेत्रों में रूफ टाप सोलर पैनल लगाने की योजना लागू की है। आवसीय क्षेत्रों में बिजली वितरण कंपनी और सरकारी भवनों पर मप्र ऊर्जा विकास निगम सोलर पैनल लगाने का काम कर रहा है। राज्य सरकार इस पर 40 फीसदी सब्सिडी भी दे रही है। सोलर रूफ टॉप संयंत्रों से उत्पादित बिजली की दरें एक रुपए 38 पैसे प्राप्त हुई। सरकार का प्रयास है कि रूफ टॉप संयंत्र घर-घर लगाएजाएं ताकि उपयोग के लिए बिजली सस्ती दरों पर मिलें। प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए सोलर ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा रहा है। भोपाल के निकट मंडीदीप में 400 औद्योगिक ईकाइयों के लिये 32 मेगावाट क्षमता की सोलर रूफ टॉप परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है।

इन भवनों पर तैयार हो रही बिजली

राजभवन, पुलिस मुख्यालय, केंद्रीय पुलिस प्रशिक्षण अकादमी, व्यापमं , प्रदूषण नियंत्रण मंडल, अटल बिहारी सुशासन,125 कालेज, 125 आईटीआई,10 सरकारी विश्व विद्यालय, 5 निजी विश्वविद्यालय, 15 मेडिकल कालेज।