कश्मीर में टारगेट किलिंग पर अमित शाह ने ली बैठक, कहा दहशतगर्दों को नहीं बख्शें

कश्मीर में टारगेट किलिंग पर अमित शाह ने ली बैठक, कहा दहशतगर्दों को नहीं बख्शें

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में शुक्रवार को दिल्ली में हुई बैठक में कश्मीर घाटी में रह रहे कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा पर चर्चा की गई। बैठक में एनएसए अजीत डोभाल, थल सेना प्रमुख मनोज पांडे तथा जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा समेत कई अधिकारी शामिल हुए। सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि घाटी में आतंकियों ने अपनी रणनीति बदली है और अब वे सुरक्षाबलों पर बड़े हमलों की जगह इस तरह के हमले कर रहे हैं, जिससे लोगों में दहशत ज्यादा फैले। इस पर शाह ने कहा कि आतंकी और उनको सहायता करने वाले ओवर ग्राउंड वर्कर गठजोड़ पर और कड़े प्रहार किए जाएं, जिससे आतंकियों को कोई सहायता न मिल सके। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग रोकने सख्त और सटीक कदम उठाए जाएंगे। घाटी से हिंदुओं को बाहर नहीं निकाला जाएगा। घाटी में ही उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। इधर कश्मीर के शोपियां में हुए बम धमाके में एक जवान शहीद हो गया, जबकि 2 जवान घायल हो गए हैं। वहीं शोपियां में ही आतंकियों ने प्रवासी मजदूरों को निशाना बनाया। दहशतगर्दों ने मजदूरों पर ग्रेनेड फेंका है। इसमें दो मजदूर घायल हो गए हैं।

पीओके में पिछले साल बना था 200 हिंदुओं को मारने का प्लान

इधर कश्मीर में हिंदुओं की टारगेट किलिंग की साजिश पिछले साल सितंबर में पीओके के मुजμफराबाद में की गई थी। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ने इसके लिए 200 टारगेट को चुना था, जिसके कारण हिंदू कश्मीर छोड़ने को मजबूर हो गए हैं। प्लान में नए नामों से नए आतंकी समूह बनाने की योजना भी सामने आई है। इन संगठनों का काम टारगेट किलिंग की जिम्मेदारी लेना था। किलिंग के लिए कश्मीरी पंडितों, सुरक्षाकर्मियों, आरएसआर और भाजपा नेताओं व केंद्रीय कर्मचारियों को निशाना बनाया जाना तय हुआ था।