मानस भवन में गायन के साथ, बिखरे लोक नृत्य के रंग

मानस भवन में गायन के साथ, बिखरे लोक नृत्य के रंग

जबलपुर। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार व जिला प्रशासन के सहयोग से विगत कई वर्षों से मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में आयोजित किये जा रहे पांच दिवसीय नर्मदा उत्सव की पांचवीं व अंतिम संध्या 2 दिसम्बर को सांयकाल 6 बजे से मानस भवन राइट टाउन में आयोजित की गई। केंद्र निदेशक प्रो. सुरेश शर्मा ने बताया कि इस कार्यक्रम में विभिन्न राज्य के कलाकारों द्वारा लोकगायन एवं लोकनृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी गई। रंगारंग कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के राई नृत्य, छत्तीसगढ़ के पाण्डवानी गायन, उत्तर प्रदेश के ब्रज का लोकनृत्य तथा हरियाणा का पनिहारी नृत्य प्रमुख आकर्षण के केंद्र रहे।

गौरतलब है कि 30 नवम्बर को सिवनी में इसका आयोजन किया गया था। इस उत्सव की शुरूआत 26 नवंबर को डिण्डौरी में हुई थी। इसके बाद 27 नवंबर को मण्डला, 29 नवंबर को बालाघाट में आयोजन किया गया।

बिखरी सांस्कृतिक छटा

श्रृंखला में 2 दिसंबर को जबलपुर में इस उत्सव की सांस्कृतिक छटा बिखरी। कार्यक्रम की शुरूआत प्रत्येक स्थानों पर शाम 6 बजे से की जाती रही। आयोजनों में प्रकृति की अनुपम छटा के बीच ये रंगारंग उत्सव चला। दरअसल उत्तर उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र व जिला प्रशासन के सहयोग से नर्मदा उत्सव श्रृंखला कार्यक्रम की शुरूआत डिण्डौरी से हुआ।