सरकारी पट्टे की जमीन तीन बार जाति बदलकर बेची, कीमत 12 करोड़ रुपए

सरकारी पट्टे की जमीन तीन बार जाति बदलकर बेची, कीमत 12 करोड़ रुपए

ग्वालियर। भू माफिया-अफसरों की सांठगांठ से दस्तावेजों में आदिवासी से नाथ फिर गुर्जर और फिर जाटव जाति लिखाकर 12 करोड़ की जमीन को बेच दिया गया। गड़बड़ी की गई साढ़े सात बीघा जमीन सांतऊ कस्बे की है। शिकायत के बाद एसडीएम विनोद सिंह ने 5 सदस्यीय कमेटी बनाई, लेकिन यह हेरफेर कैसे हुई रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है।

शिवपुरी लिंक रोड पर ग्राम सरकारी जमीन को आदिवासी की जगह नाथ (सपेरा) संप्रदाय दस्तावेज में दर्ज कर दिया। फिर इसी जमीन के दस्तावेजों में कांटछांट कर रामधन जाति जाटव के नाम से बिना पट्टा प्राप्त किए अवैध रूप से प्रविष्टि दर्ज की गई है। जबकि यह भूमि बिना किसी सक्षम अधिकारी के आदेश से मान सिंह जाति आदिवासी के नाम शासकीय पट्टेदार के रूप में दर्ज है। बाद में भूमि मान सिंह जाति नाथ (सपेरा) दर्ज कर दी गई।

सांतऊ की जमीन के मामले में हमने कमेटी बनाई थी लेकिन कमेटी की रिपोर्ट के बारे में मुझे जानकारी नहीं है। पता करके आपको बताऊंगा। - विनोद सिंह, एसडीएम, झांसी रोड

बेशकीमती सरकारी जमीन के साथ यह खिलवाड़ हआ है। जमीन पर काबिज मनोज अग्रवाल पुत्र आरडी अग्रवाल कोर्ट के नोटिस तक नहीं लेते, अपना पता गलत बताकर नोटिस वापस कर देते हैं। - आदित्य जैन, शिकायतकर्ता