यह एक आध्यात्मिक यात्रा, इसने लोगों से जोड़कर रखना सुनिश्चित किया : मोदी

यह एक आध्यात्मिक यात्रा, इसने लोगों से जोड़कर रखना सुनिश्चित किया : मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड में लोगों से रूबरू हुए। उन्होंने ‘मन की बात’ को भारतीयों की भावनाओं की अभिव्यक्ति और ‘आध्यात्मिक यात्रा’ का विषय करार दिया। इस कार्यक्रम ने वर्ष 2014 में उनके पीएम बनने के बाद महसूस किए गए ‘खालीपन’ को भर दिया और यह सुनिश्चित किया कि वह कभी भी लोगों से कटे नहीं रहें। 100वीं कड़ी प्रधानमंत्री के लिए पुरानी स्मृतियों में खो जाने के अवसर के रूप में आई और उन्हें याद करते हुए वह भावुक भी हुए। मन की बात कोटि-कोटि भारतीयों के ‘मन की बात’ है। यह पर्व बन गया है। मोदी ने कहा कि यह एक ऐसा पर्व है, जो हर महीने आता है और जिसका सभी इंतजार करते हैं। ‘मन की बात’ जिस विषय से जुड़ा वह जन आंदोलन बन गया और लोगों ने इसे जन आंदोलन बना दिया।

कई योजनाओं का जिक्र

प्रधानमंत्री ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’, स्वच्छ भारत अभियान, आजादी का अमृत महोत्सव, खादी को लोकप्रिय बनाने और प्रकृति से जुड़े कार्यक्रमों का उल्लेख किया। इस दौरान अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा से लेकर कश्मीर के मंजूर और हरियाणा के सुनील जगलान तक का जिक्र किया।

लंदन, यूएन में सुना गया

100वें एपिसोड को संयुक्त राष्ट्र के न्यूयॉर्क स्थित हेडक्वार्टर पर भी एपिसोड सुना गया। केंद्रीय मंत्री डॉ.जितेंद्र सिंह ने रविवार को ब्रिटेन में भारतीय दूतावास इंडिया हाउस में मन की बात कार्यक्रम में भारतीय मूल के लोगों और दूतावास के अधिकारियों के साथ हिस्सा लिया।