टुडेज स्टडी लिस्ट बनाई और उसी आधार पर की पढ़ाई

टुडेज स्टडी लिस्ट बनाई और उसी आधार पर की पढ़ाई

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से सोमवार को जेईई मेन सेशन 2 के परिणाम घोषित कर दिए हैं। भोपाल में इस बार जेईई मेन में ध्रुव अग्रवाल ने एआईआर 75 के साथ सिटी में टॉप किया है। वहीं देव गुप्ता ने एआईआर 790 वीं और अभिनव गंगिल ने एआईआर 970 हासिल की। जेईई मेन में सफल छात्रों को एनआईटी सहित राज्य स्तरीय इंजीनियरिंग कॉलेज और विश्वविद्यालय में प्रवेश का मौका मिल सकेगा। टॉप आईआईटी कॉलेजों में प्रवेश के लिए स्टडेंट्स अब जेईई(एडवांस) देंगें। जेईई मेन से पास आउट दो लाख 50 हजार स्टूडेंट्स का चयन जेईई एडवांस देने के लिए हुआ है। एडवांस परीक्षा का आयोजन 28 अगस्त को होगा।

पढ़ाई के लिए फुटबॉल खेलना किया कम

धु्रव अग्रवाल      एआईआर -75

मेरा जेईई मेन का पहला सेशन ज्यादा अच्छा नहीं गया, जिसके चलते दूसरे सेशन की अच्छे से तैयारी की। मैं दो साल से मेहतन कर रहा हूं। मेरा पूरा ध्यान जेईई पर था। ज्यादातर में रात को पढ़ाई करता था। मुझे उम्मीद थी कि मेरी अच्छी रैंक लगेगी। मैं रोजाना 10 से 12 घंटे पढ़ाई करता था। लेक्चर सुनकर नोट्स बनाता था। साथ की मॉक टेस्ट समय-समय पर देता रहा। मुझे फुटबाल खेलना पसंद है, जिसे पढ़ाई के लिए थोड़ा कम हो गया है। अब एडवांस की तैयारी पर मेरा फोकस है, मैं टुडेज लिस्ट बनाता हूं, जिसे हर हाल में पूरा भी करता हूं। वहीं एडवांस के लिए पुराने पेपर को सॉल्व कर रहा हूं, साथ ही थ्योरी व रिवीजन पर ध्यान दे रहा हूं। वहीं आईआईटी मुंबई से सीएस की पढ़ाई करना चाहता हूं।

हर दूसरे दिन दिए मॉक टेस्ट, एडवांस टारगेट

देव गुप्ता AIR -790

मेन के एग्जाम के लिए मैं पिछले दो वर्षो से तैयारी में लगा था। मुझे इतने मार्क्स की उम्मीद नहीं थी। इस एग्जाम को अटैंप्ट करने वाले प्रतिभागियों को मैथ्स और फिजिक्स के फॉर्मूल क्लीयर होना चाहिए। मैं रोजाना 10 से 11 घंटे के लिए पढ़ाई करता था, दिन में कम और ज्यादातर रात में ज्यादा पढ़ाई करता था। मैं हर दो दिन में एक मॉक टेस्ट देता था। नोट्स शुरू से बना रखे थे, जिससे रिवीजन करने में आसानी मिली। अभी मैं जेईई के एडवांस एग्जाम के लिए विशेष तैयारी कर रहा हूं। मेरा टारगेट है कि टॉप 60 में शामिल होना, जिससे आईआईटी मुंबई में सीएस ब्रांच में पढ़ने का मौका मिल सके।

हर सब्जेक्ट के लिए दो- दो घंटे दिया समय

अभिनव गंगिल     AIR-970

पहले अटैम्प में कुछ गलतियां हुई ं थी जिसे दूसरे में सुधारने की कोशिश की। इसके लिए मैंने एक महीने मेन मॉक टेस्ट दिए, और जो भी प्रीवियस क्वेश्चन थे उनकी प्रैक्टिस की। मैं रोजाना 6 से 7 घंटे पढ़ाई करता था और जो भी मटेरियल कोचिंग से मिलता उसे पूरा सॉल्व करता और मेरा केमिस्ट्री सब्जेक्ट थोड़ा वीक था, जिस पर मैंने ज्यादा काम किया। मैंने पढ़ाई के शेड्यूल को दो-दो घंटे प्रति सब्जेक्ट में बांट दिया था। मेन की तैयारी के लिए मैंने मोबाइल पर गेम्स खेलना छोड़ा दिया था। अभी मैं एडवांस के लिए तैयारी कर रहा हूं। अब एडवांस क्रेक करके आईआईटी मुंबई में सीएस करना चाहता हूं।