दुनिया के 11 देशों के 170 बच्चों को रहस्यमयी बीमारी, 1 बच्चे की मौत

दुनिया के 11 देशों के 170 बच्चों को रहस्यमयी बीमारी, 1 बच्चे की मौत

जिनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बच्चों में अज्ञात मूल के हेपेटाइटिस के लगभग 170 मामले दर्ज किए हैं, जिनमें से कम से कम एक की मौत की पुष्टि पहले ही हो चुकी है। मामले 1 महीने से 16 साल की उम्र के हैं, जिनमें 17 बच्चों (लगभग 10 फीसदी) को लीवर प्रत्यारोपण की आवश्यकता है। डब्ल्यूएचओ ने बताया कि 21 अप्रैल 2022 तक, डब्ल्यूएचओ यूरोपीय क्षेत्र के 11 देशों और अमेरिका के डब्ल्यूएचओ क्षेत्र के एक देश से अज्ञात मूल के तीव्र हेपेटाइटिस के कम से कम 170 मामले सामने आए हैं। ये बड़े देश चपेट में यूनाइटेड किंगडम आॅफ ग्रेट ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड (यूनाइटेड किंगडम) में 114, स्पेन (13), इजराइल (12), संयुक्त राज्य अमेरिका (9), डेनमार्क (6), आयरलैंड ( 5), नीदरलैंड (4), इटली (4), नॉर्वे (2), फ्रांस (2), रोमानिया (1), और बेल्जियम में 1 मामले हैं।

इधर देश में एक्टिव केस 15 हजार के पार, मोदी कल मुख्यमंत्रियों से करेंगे चर्चा

इसबीच देश में कोरोना संक्रमण का बढ़ना पिछले कुछ दिनों से लगातार जारी है। एक दिन में कोरोना के 2,593 नए मामले सामने आए। इससे सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 15,873 हो गई। कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार भी सतर्क हो गई है। पीएम मोदी 27 अप्रैल बुधवार को मुख्यमंत्रियों के साथ इस मसले पर एक बैठक करेंगे। यह बैठक वीडियो कांफ्रेंस के जरिये होगी। मोदी कोरोना की रोकथाम के लिए पहले भी कई बैठकें कर चुके हैं।

मन की बात में बोले मोदी- सतर्कता से मनाएं पर्व

इस बीच मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम में कहा कि आने वाले दिनों में अक्षय तृतीया, ईद, भगवान परशुराम की जयंती और वैशाख बुद्ध पूर्णिमा जैसे पर्व हैं। इन पर्वों को खूब उल्लास और सौहार्द के साथ मनाइए, लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुए सभी को सतर्क भी रहना है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाएं, नियमित अंतराल पर हाथ धोते रहें। इसके अलावा जो भी जरुरी उपाय हैं आप उनका पालन करते रहें।

अज्ञात मूल के हेपेटाइटिस से बच्चों को परेशानी

डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि यूनाइटेड किंगडम यानी ब्रिटेन जहां कोरोना अपने चरम पर है, वहां बच्चों में एडेनोवायरस संक्रमण में वृद्धि देखी गई है, लेकिन इनमें से किसी भी मामले में एक्यूट वायरल हेपेटाइटिस (हेपेटाइटिस वायरस ए, बी, सी, डी और ई) का कारण बनने वाले सामान्य वायरस का पता नहीं चला है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, वर्तमान में उपलब्ध जानकारी के आधार पर अंतर्राष्ट्रीय यात्रा या अन्य देशों के लिंक को कारकों के रूप में पहचाना नहीं गया है।

आईआईटी मद्रास में मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 60 पहुंचा

इस बीच आईआईटी मद्रास में कोरोना मरीजों की संख्या रविवार को बढ़कर 60 हो गई। इससे एक दिन पहले संस्थान में संक्रमितों की संख्या 55 थी। इसके साथ ही संस्थान में मौजूद कुल 7,300 लोगों में से 2,015 की कोविड-19 जांच की गई है। संभव है कि संक्रमितों की संख्या अभी और बढ़ेगी। इसबीच तमिलनाडु के स्वास्थ्य विभाग ने जिला अधिकारियों से कोविड-19 संक्रमण को नियंत्रित करने के प्रयासों में ढिलाई नहीं बरतने के निर्देश दिए हैं।