किसानों के अच्छे दिन आएंगे, उन्हें सीधे निर्यातक से जोड़ेंगे: पटेल

किसानों के अच्छे दिन आएंगे, उन्हें सीधे निर्यातक से जोड़ेंगे: पटेल

भोपाल। कृषि सुधार संबंधी केंद्र सरकार के तीनों अध्यादेश किसानों के लिए अच्छे दिन लाने वाले साबित होंगे। किसानों के समूह बनेंगे, खेत में ही उपज की ग्रेडिंग होगी और उन्हें सीधे निर्यातक से जोड़ेंगे। नई व्यवस्था किसानों को मजदूर नहीं मजबूत बनाएगी। बिचौलिए की भूमिका खत्म होगी, कांग्रेस इस मुद्दे पर भ्रम फैला रही है, किसान संगठनों को कोई आशंका है तो मुझसे बात करें। यह दावा प्रदेश के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने किया है। एक विशेष मुलाकात में उन्होंने कहा, सुधार की नई व्यवस्था के बाद किसान और मार्केट के बीच से बिचौलियों की भूिमका खत्म हो जाएगी। सब कुछ ठीक है तो इतना विरोध क्यों? क्या सरकार किसानों को ठीक से समझा नहीं पा रही? इसके जवाब में पटेल का आरोप है कि कांग्रेस इस मुद्दे पर भ्रम फैला रही है। राजनीतिक रोटियां सेंक रही है, उन्होंने यह भी कहा कि किसान संगठनों को कोई आशंका है, तो मुझसे बात करें मैं उनके सवालों के जवाब दूंगा। सही मायनों में मिली आजादी: कृषि मंत्री का यह भी तर्क है कि प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना (24 अप्रैल2020) के बाद से सही मायने में गांव और किसानों को अब आजादी मिली। इसके बाद से किसान फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स, वेयर हाउस लगा सकेगा और कृषि उपकरण आदि भी बनाएगा। खेती की जमीन का ड्रोन से सर्वे व कलेक्टर गाइडलाइन से मूल्यांकन होगा, बैंकों से ऋण भी मिलेगा। पटेल का आरोप है कि केवल विरोध के लिए ही विरोध हो रहा है। किसानों को उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) तो मिलेगा, साथ ही प्रतिस्पर्धा बढ़ने से उन्हें ज्यादा अवसर भी मिलेंगे। कृषि मंत्री से चर्चा के मुख्य अंश...