ड्रग्स नहीं अब संगीत से नशे का मजा ले रहे लोग

ड्रग्स नहीं अब संगीत से नशे का मजा ले रहे लोग

मेलबोर्न। यदि आप अपना मूड हल्का करना चाह रहे हो तो निश्चित तौर पर आपका ध्यान हैडफोन नहीं, बल्कि किसी नशीले पदार्थ की ओर ही जाएगा। लेकिन ऑस्टेलिया के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए अध्ययन से यह पता चला है कि लोग अब नशे का मजा लेने के लिए बाइनॉरल बीट्स यानी दोनों कानों में अलग फ्रिक्वेंसी के संगीत का सहारा ले रहे हैं। इसके जरिए वे मस्तिष्क को स्टीम्यूलेट कर नशे जैसी फीलिंग प्राप्त कर रहे हैं। क्या होती है बाइनॉरल बीटस: बाइनॉरल बीटस एक प्रकार का साउंड इल्यूजन होता है। जब आप अपने दोनों कानों से दो अलग-अलग फ्रीक्वेंसी की ध्वनि सुनते हैं तो साउंड इल्यूजन का अहसास होता है। दावा किया जा रहा है कि इस प्रकार की ध्वनि सुनने से ब्रेन में उसी तरह की अनुभूति होती है जैसी किसी ड्रग्स को लेने के बाद होती है।

22 देशों के 30 हजार लोगों पर किया गया अध्ययन

ड्रग्स एंड अल्कोहल रिव्यू जर्नल में प्रकाशित यह स्टडी 22 देशों के 30 हजार से अधिक लोगों के सर्वे पर आधारित है। बाइनॉरल बीट का नशे के तौर पर उपयोग करने वालों में ज्यादा संख्या युवाओं की बताई जा रही है।

रिलेक्स होने या नींद के लिए हो रहा ज्यादा यूज

ग्लोबल ड्रग्स सर्वे के तहत रिसर्चर्स ने लोगों से उनकी बाइनॉरल बीट्स सुनने की हैबिट के बारे में सवाल पूछे। इससे यह पता चला कि लगभग पांच प्रतिशत लोग नशे के लिए इस तरीके का इस्तेमाल करते हैं। सर्वे में शामिल लगभग 72 प्रतिशत लोगों ने यह बताया कि वे रिलेक्स होने या सोने के लिए इस तकनीक का सहारा लेते हैं जबकि 35 प्रतिशत ने माना के वे मूड चेंज करने के लिए ऐसा करते हैं।