चीन में भारतीय इनोवेटर ने पानी से तैयार किया गैस चूल्हा

चीन में भारतीय इनोवेटर ने पानी से तैयार किया गैस चूल्हा

बीजिंग।  चीन में रह रहे एक भारतीय इनोवेटर राजेश पुरोहित ने ऐसे चूल्हे का निर्माण किया है, जो पानी से चलता है। इस चूल्हे के इस्तेमाल से बेहद कम दाम पर और बिना किसी प्रदूषण के खाना पकाया जा सकता है। उन्होंने बताया उनका हाइड्रोजन एटीएम उत्पाद इलेक्ट्रोलिसिस तकनीक पर आधारित है, जिसमें हाइड्रोजन और पानी के अणुओं को अलग किया जाता है। ऐसा करने से ऊर्जा का सृजन होता है, और उससे पैदा होने वाली ऊष्मा पारंपरिक विद्युत तापन विधि की तुलना में 5 गुना अधिक होती है। यह एक नवीकरणीय ऊर्जा है और इससे किसी भी तरह का प्रदूषण नहीं होता है। राजेश ने बताया इस प्रोडक्ट के रिसर्च और इसे बनाने में उन्हें 9 साल लग गए। इसे बनाने में सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण इसके कल-पुर्जों को डेवलप करना था, क्योंकि इसके कलपुर्जे आमतौर पर बाजार में उपलब्ध नहीं हैं। उन्होंने बताया इस समय उनके इस प्रोडक्ट जैसा दूसरा उपकरण बाजार में मौजूद नहीं है।

किसी भी अन्य गैस तकनीक की तुलना में सेफ

राजेश पुरोहित के अनुसार ऐसे उत्पादों में एलपीजी, पेट्रोल, डीजल आदि का कोई खर्चा नहीं आता है। आमतौर पर यह तकनीक किसी भी अन्य गैस तकनीक की तुलना में अधिक सुरक्षित है, क्योंकि इसमें कोई भी र्इंधन स्टोर नहीं होता है, इसलिए जमा र्इंधन टेक्नोलॉजी की तुलना में यह ज्यादा सेफ है।

जलवायु को भी नहीं करेगा प्रभावित

अक्षय ऊर्जा की वकालत करने वाले राजेश पुरोहित कहते हैं कि अक्षय ऊर्जा कभी न खत्म होने वाला स्रोत है और यह प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। जबकि जीवाश्म ऊर्जा हमारे आसपास की प्राकृतिक सुंदरता को नष्ट कर देते हैं और जलवायु को भी प्रभावित करते हैं, इसलिए अब समय आ गया है कि लोगों को अक्षय ऊर्जा की तरफ शिμट हो जाना चाहिए। यह सभी के लिए फायदेमंद है।