सावन भरेगा, भादों में उफनाएगा बरगी बांध

सावन भरेगा, भादों में उफनाएगा बरगी बांध

जबलपुर । मानसून की दस्तक हो चुकी है, पुण्य सलिला नर्मदा नदी पर सबसे पहले बांध बरगी में जलभराव तेजी से हो रहा है। दरसअसल बांध में डिंडोरी, शहडोल, मंडला, सिवनी में बारिश से जलभराव होता है। हालांकि अभी तक बांध में मानसून की बारिश का पानी उतनी रफ्तार से नहीं आया जैसी अभी तक अपेक्षा की जा रही थी। जानकारी के अनुसार बांध का जलस्तर 15 जून से 14 जुलाई तक मात्र 45 सेंटीमीटर के करीब करीब बढ़ा है। ऐसा माना जा रहा है आगामी दिनों में जलस्तर तेजी से बढ़ेगा। बांध में अनुमान तो यह भी है कि बारिश अच्छी हुई तो जुलाई अंत तक बांध के गेट खोलने की नौबत आ सकती है।

वर्ष 2019 से ज्यादा रफ्तार बारिश का सीजन

आरंभ होने से पहले बांध का जलस्तर 412.40 मीटर था जो बढ़कर 413.80 मीटर पहुंच सका है। विभाग के अनुसार पिछले साल के मुकाबले अभी तक यह वैसे 10 सेंटीमीटर ज्यादा है। बीते साल जलस्तर 1 जुलाई को 412.65 मीटर था। बाँध का जल प्रबंध देखने वाले रानी अवंतीबाई सागर परियोजना के ईई अजय सुरे के अनुसार बांध के जलभराव वाले जिलों में अब तक करीब 4 से 5 इंच बारिश दर्ज हो सकी है, अभी तक देखा जाए तो यह सामान्य है।

एक नजर में बरगी बांध

नर्मदा नदी पर बनने वाले 30 प्रमुख बांधों में सबसे पहला बांध बरगी बरगी में यही डैम है। बांध का निर्माण का काम 1974 में शुरू हुआ और 1990 में पूरा हुआ। बांध की ऊंचाई 69 मीटर और लंबाई 5.4 किमी है, इसका विस्तार करीब 75 किमी की लंबाई और 4.5 किमी चौड़ाई के साथ 267.97 वर्ग किमी तक है।