कुबेरेश्वर धाम में भगदड़, महिला की मौत

कुबेरेश्वर धाम में भगदड़, महिला की मौत

 सीहोर। मप्र का सीहोर स्थित पं. प्रदीप मिश्रा का कुबेरेश्वर धाम और पं. धीरेंद्र शास्त्री का बागेश्वर धाम गुरुवार को घटनाओं से चर्चा में रहा। कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष महोत्सव में अधिक भीड़ जुटने से भगदड़ मच गई और महिला की मौत हो गई, तो पन्ना रोड स्थित बागेश्वर धाम में भी एक महिला ने दम तोड़ दिया। अब सवाल प्रशासन पर उठ रहे हैं, क्योंकि पहले भी कुबेरेश्वर धाम में अव्यवस्था निर्मित हुई थी, लेकिन कोई सबक नहीं सीखा गया। कुबेरेश्वर धाम : पहले दिन करीब 7 लाख पहुंचे : कुबेरेश्वर धाम में 24 लाख रुद्राक्ष वितरण के लिए शुरू हुए महोत्सव के पहले दिन गुरुवार को करीब 7 लाख लोग पहुंचे। जिससे भगदड़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए। कई श्रद्धालु घायल हो गए। बाद में उन्हें प्राथमिक इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। फलस्वरूप प्रशासन ने रुद्राक्ष वितरण रोक दिया। सीएम शिवराज सिंह चौहान का दौरा भी निरस्त कर दिया गया। वहीं भोपाल से कुबेरेश्वर धाम जाने वाले मार्ग पर क्रिसेंट चौराहे से पहले तक जाम में लोग फंसे रहे। इंदौर से आने वाले मार्ग पर भी 15 किमी तक जाम लगा रहा। लोगों को 10-15 किमी तक पैदल चलना पड़ा। इसके अलावा शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों ने श्रद्धालुओं से भोजन और पानी के कई गुना दाम वसूले। कई ग्रामीणों ने तो अपने घरों को गेस्ट रूम बनाकर हजारों रुपए की वसूली की।

रुद्राक्ष के लालच में न आएं

पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि जो लोग कुबेरेश्वर धाम रुद्राक्ष के लालच में आ रहे हैं, तो वे न आएं। टिकट कैंसिल करा लें। रुद्राक्ष के लिए आने की आवश्यकता नहीं है। 

नासिक निवासी थी मृतका

मंडी थाना एएसआई धर्म सिंह वर्मा ने बताया कि महाराष्टÑ के नासिक से आई मंगला बाई (50) की तबीयत अचानक खराब हो गई। महिला को जिला अस्पताल लाया गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। वहीं छग के भिलाई, राजस्थान के गंगापुर और महाराष्टÑ के बुलढाणा की तीन महिलाएं लापता हैं।

सीधी बात: माल सिंह भयडिया, भोपाल संभागायुक्त

  • सवाल : कुबेरेश्वर धाम में भगदड़ जैसी नौबत है, स्थिति क्यों बिगड़ी?
  • जवाब: आयोजकों ने हमें बताया कि 5 से 8 लाख श्रद्धालु आएंगे। प्रशासन ने इसके हिसाब से पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की थी, लेकिन इसमें 15 से 20 लाख लोग आ गए, तो व्यवस्था तो बिगडेÞगी। लोगों को आने -जाने में दिक्कत हुई है। उसे खत्म किया जा रहा है। अब भगदड़ जैसी नौबत नहीं है। 
  • सवाल : अब भीड़ को नियंंत्रित करने के लिए क्या व्यवस्था कर रहे हैं?
  • जवाब: मैं और आईजी और पूरा प्रशासन सुबह से सीहोर में है और पूरी व्यवस्था की निगरानी की जा रही है। वैसे भी अब तो लोग लौटने लगे हैं, पंडाल खाली हो रहा है। भीड़ लगातार कम हो रही है। 
  • सवाल : क्या इंटेलीजेंस का फेल्योर है?
  • जवाब: नहीं। असल में छग,महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों से लोगों की भीड़ आई है। मप्र के लोग तो कम है। फिर भी हमें ज्यादा भीड़ का अनुमान था, इसलिए मैं और आईजी सुबह से कार्यक्रम स्थल के आसपास है। 
  • सवाल : आयोजन तो 7 दिन तक होना है, अब तो नहीं बिगड़ेगी व्यवस्था?
  • जवाब: हमने 1, 500 का पुलिस बल तैनात किया था। अब पुलिस बल बढ़ा दिया है। मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि आगे व्यवस्था नहीं बिगडेÞगी? ज्यादा भी लोग आते हैं, तो हमने उसकी व्यवस्था कर ली है।

5 दिन में 8 लाख आने की उम्मीद थी, पहले दिन ही आ गए

कुबरेश्वर धाम में रुद्राक्ष वितरण का कार्यक्रम पांच दिन के लिए है। संभावना थी कि इतने दिनों में 8-10 लाख लोग आएंगे, लेकिन पहले दिन ही आ गए। इससे भीड़ बढ़ गई। कार्यक्रम स्थल पर भगदड़ की स्थिति नहीं रही। वैसे अब 40 प्रतिशत श्रद्धालु अपने घरों को लौट गए हैं। जल्द ही स्थिति सामान्य होगी। प्रशासन पूरी निगरानी रखे हुए है। - प्रवीण सिंह, कलेक्टर, सीहोर