कोरोना के कारण फीका रहेगा पर्व,नहीं निकलेगी शोभायात्रा और न होंगी मटकी फोड़ प्रतियोगिताएं

कोरोना के कारण फीका रहेगा पर्व,नहीं निकलेगी शोभायात्रा और न होंगी मटकी फोड़ प्रतियोगिताएं

जबलपुर । कोरोना संक्रमण के कारण इस बार जन्माष्टमी का पर्व फीका पड़ने वाला है। हर साल भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव पर संस्कारधानी में विविध आयोजन होते थेञ परंतु इस बार कोरोना संक्रमण के चलते अखिल भारत वर्षीय यादव महासभा,सनातन धर्मसभा सहित अन्य संस्थाओं द्वारा शोभायात्रा नहीं निकाली जाएगी। बल्कि भक्त अपने-अपने घरों एवं आसपास के मंदिरों में पुजारी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए जन्माष्टमी का पर्व मनाएंगे और पूजन-अर्चना करेंगे। गौरतलब है कि इस बार जन्माष्टमी का पर्व 12 अगस्त को पड़ रहा है। इस वर्ष यह पर्व विशेष संयोगों में मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्यो के अनुसार इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बनने से पर्व की और महत्ता बढ़ गई है। बाजारों में भी जन्माष्टमी को लेकर लोग झूले ,कान्हा के कपड़े सहित सजावटी सामग्री खरीद रहे है।

मंदिरों में नहीं होंगे सामूहिक कार्यक्रम

कोरोना काल में इस बार मंदिरों में सामूहिक कार्यक्रम नहीं होंगे। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पुजारी ही पूजन-अर्चन करेंगे। दरअसल प्रतिवर्ष जन्माष्टमी के अवसर पर संस्कारधानी के मंदिरों जैसे नृसिंह मंदिर,गढ़ाफाटक जगदीश मंदिर, राधा कृष्ण प्रेममंदिर, गोरखपुर नत्थू स्कूल सहित ऐसे अन्य स्थानों पर भव्य आयोजन होते थे।

स्पर्धा में रहेगा कोरोना का साया

शहर के विभिन्न अखाड़ों और मटकी फोड़ समितियों ने बताया कि इस बार कोरोना को देखते हुए मटकी फोड़ की प्रतियोगिताएं नहीं होगी। क्योंकि मटकी फोड़ प्रतियोगिता में प्रतिभागी चाहकर भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर पाएंगे। जन्माष्टमी पर आयोजित होंने वाली प्रतियोगिताओं में शहर ही नहीं बल्कि दूरदरा ज के भी प्रतिभागियों की टोलियां हर साल शामिल होकर प्रतिभा का प्रदर्शन करतीं थी।

घरों में सजेंगी झांकियां

जन्माष्टमी के लिए इस बार घरों पर ही तैयारियां जमकर हो रही है। इसके लिए जहां सीमित संसाधनों में श्री कृष्ण के झूृले सजाए जा रहे हैं। वहीं इस बार बाजार की बजाय घरों में ही भगवान श्रीकृष्ण के कपड़ों की सिलावट की जा रही है। वहीं बच्चों के लिए सिर्फ घर पर कान्हा की ड्रेसेस सजाई जा रही है।