बारिश में बढ़ जाता है कान में फंगस का खतरा

बारिश में बढ़ जाता है कान में फंगस का खतरा

इंदौर। बारिश के मौसम में इंफेक्शन जैसी समस्या आम हो जाती है। इस मौसम में बैक्टीरिया तेजी से पनपता है और इस कारण फंगल इंफेक्शन होने का ज्यादा खतरा बढ़ जाता है। मौसम में नमी होने के चलते ऐसा होता है। इस मौसम में फंगल इंफेक्शन के ज्यादा मामले कान में होते हैं। इसकी वजह कान में जमने वाली नमी है।

बैक्टीरिया या फंगल के पनपने के लिए ये जगह सबसे ज्यादा बढ़िया होती है और वह धीरे-धीरे इंफेक्शन को अधिक बढ़ा देते हैं। कान का इंफेक्शन होने पर ये दर्द के साथ-साथ कई अन्य दिक्कत का कारण भी बन सकता है। फिलहाल ओपीडी में कान में फंगल के मरीज रोजाना 4-5 पहुंच रहे हैं।

एमवाय अस्पताल ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ. यामिनी गुप्ता ने पीपुल्स संवाददाता से बातचीत के दौरान बताया कि बारिश का मौसम शुरू होते ही स्किन, आंख और कान से जुड़ी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। पहले ओपीडी में कान की समस्या लेकर महीने-दो महीने के एक-दो मरीज पहुंचते थे, लेकिन अब चार से पांच मरीज प्रतिदिन आ रहे हैं।

कानों के इंफेक्शन के लक्षण

कान में दर्द महसूस होना, बाहरी हिस्से में लालपन, अंदर खुजली महसूस होना, ठीक तरह से आवाज न सुन पाना, कान में हमेशा भारीपन, कान से सफेद, पीला या किसी और रंग का पस निकलना।

क्या ना करें...

ऐसे में भारतीय संस्कृति के अनुसार तेल गर्म कर कान में नहीं डालना चाहिए, क्योंकि तेल के कारण फंगस बढ़ जाता है। पहली बात तो कान में पानी जाने ना दें। यदि चला भी जाता है तो तुरंत सूखा लें। यदि भारीपन, खुजली या अन्य लक्षण दिखार्द दें तो तुरंत एक्सपर्ट की सलाह लें।