जिले की टूरिज्म वेबसाइट बनेगी, ड्रोन फोटोग्राफी से दिखाए जाएंगे पर्यटन स्थलों के विहंगम दृश्य

जिले की टूरिज्म वेबसाइट बनेगी, ड्रोन फोटोग्राफी से दिखाए जाएंगे पर्यटन स्थलों के विहंगम दृश्य

ग्वालियर। ग्वालियर जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये डिस्ट्रिक आर्कोलॉजी टूरिज्म एण्ड कल्चरल काउंसिल और डेस्टीनेशन मैनेजमेंट कमेटी की संयुक्त बैठक में अहम निर्णय हुए हैं। कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित हुई बैठक में जिले की आकर्षक टूरिज्म वेबसाइट तैयार करने, ड्रोन के जरिए जिले के हैरीटेज स्थलों की फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी कर दस्तावेजीकरण और पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण स्थलों पर पर्यटकों के लिये मूलभूत सुविधाओं के विस्तार जैसे निर्णय लिए गए।

सोमवार को जिला पंचायत के सभागार में आयोजित हुई बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं ग्वालियर पर्यटन संवर्धन परिषद के सचिव आशीष तिवारी, स्मार्ट सिटी की सीईओ श्रीमती नीतू माथुर, अपर कलेक्टर एच बी शर्मा, अपर आयुक्त नगर निगम विजय राज व पर्यटन संवर्धन परिषद के समन्वयक अनुपम शर्मा सहित पर्यटन, आईआईटीटीएम व पुरातत्व विभाग समेत पर्यटन से जुड़े अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

कलेक्टर श्री सिंह ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले की टूरिज्म वेबसाइट आकर्षक ढंग से तैयार की जाए। जिसमें ग्वालियर जिले और आसपास के पर्यटन स्थलों के बारे में फोटोग्राफ व उपलब्ध सुविधायें सहित विस्तृत जानकारी आकर्षक अंदाज में संजोएं। साथ ही महिला व पुरूष गाइड, होम स्टे, होटल्स, ट्रेवल्स और टूर ऑपरेटर की जानकारी भी होनी चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जब तक जिले की टूरिस्ट वेबसाइट तैयार हो तब तक एनआईसी के जरिए संचालित जिला प्रशासन की वेबसाइट में जिले के पर्यटन से संबंधित जानकारी को अपडेट करें। श्री सिंह ने जिले के टूरिज्म प्लान में चिड़िया घर में उपलब्ध समृद्ध वाइल्ड लाईफ की जानकारी समाहित करने के लिये भी कहा।

संगीत नगरी के रूप में है हमारी पहचान

कलेक्टर कहा कि ग्वालियर की पहचान संगीत की नगरी के रूप में है। इसलिए म्यूजिक म्यूजियम स्थापित करने की दिशा में योजनाबद्ध ढंग से काम करें। उन्होंने संगीत सम्राट तानसेन की समाधि के आसपास के स्थल से अतिक्रमण हटाकर सौंदर्यीकरण करने को भी कहा। बैठक में जानकारी दी गई कि सरकार द्वारा पर्यटन स्थलों के विकास के लिये ग्वालियर जिले को भी स्वदेश दर्शन 2.0 योजना में शामिल किया गया है। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि स्वदेश दर्शन योजना के प्रावधानों के अनुसार ग्वालियर के पर्यटन प्लान को अंतिम रूप दें।

ट्रिपल आईटीएम एवं पर्यटन विभाग करेगा संयुक्त सर्वे

कलेक्टर ने ग्वालियर के पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों के लिये उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं के गैप भरने के सिलसिले में भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान एवं पर्यटन विभाग के अधिकारियों को संयुक्त रूप से सर्वे करने की जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने यह भी कहा कि ग्वालियर गजेटियर के आधार पर जिले के शेष पर्यटन स्थलों को भी ग्वालियर के पर्यटन प्लान में शामिल करें। कलेक्टर ने ऐतिहासिक व पुरातात्विक महत्व के पर्यटन स्थलों के साथ-साथ शहर में जुड़े नए आयामों मसलन डिजिटल म्यूजियम, तारामंडल, हैरीटेज इमारतों पर फसाड लाइटिंग इत्यादि को भी शहर के पर्यटन सर्किट में शामिल किया जाए। उन्होंने जिले में एग्री टूरिज्म और ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने पर भी विशेष बल दिया। साथ ही कहा कि इस कार्य को जल्द से जल्द मूर्तरूप दिया जाए।