अस्पतालों में 40 फीसदी बढ़े उल्टी दस्त, पीलिया व पेट दर्द के मरीज

अस्पतालों में 40 फीसदी बढ़े उल्टी दस्त, पीलिया व पेट दर्द के मरीज

ग्वालियर। गर्मी के तेवर एक बार फिर से तीखे होते जा रहे हैं पारा 40 डिग्री के पार पहुंच गया है ऐसे में अस्पतालों में मरीजों की उल्टी, दस्त के साथ ही पेट संबंधी अन्य समस्याओं के मरीजों में 40 फीसदी तक का इजाफा हो गया है यहां तक कि ग्वालियर प्रवास पर आए प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री तक एक दिन पहले बीमार हो गए उन्हें उल्टी की शिकायत हो गई और उन्हें उपचार भी लेना पड़ा, साथ ही मंगवार को एक पुलिस का जवान भी ड्यूटी के दौरान गश्त खाकर गिर गया।

मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है, फिर चाहे वह सरकारी अस्पताल हो या फिर डॉक्टरों की प्राइवेट क्लीनिक सभी जगह अस्पतालों में मरीजों की लाइनें लग रही है। क्या छोटे बच्चे और बुजुर्ग यहां तक युवा भी बदलते मौसम में बीमार हो रहे हैं। यही नहीं हालत बिगड़ने पर मरीजों को अस्पताल में भर्ती तक होने की आवश्यकता पड़ रही है। जेएएच समूह के हजार बिस्तर के अस्पताल में चलने वाली ओपीडी या फिर जिला अस्पताल मुरार की ओपीडी सबसे अधिक भीड़ मेडिसिन विभाग में ही नजर आई इसके बाद जिस विभाग में अधिक मरीज पहुंचे वह था पीडियाट्रिक्स यानी की बच्चों की विभाग बच्चों को भी गर्मी की वजह से खासी परेशानी हो रही है। डॉक्टर्स की माने तो डयारिया, उल्टी की शुरूआत से ही उपचार लेना प्रारंभ कर देना चाहिए, उपचार में देरी परेशानी बढ़ने पर मरीजों को ड्रिप एवं एंटीबायोटिक भी देनी पड़ रही है। जेएएच के डॉक्टर्स की माने तो आने वाले दिनों में गर्मी का प्रकोप बढ़ने से और अधिक मरीज बढ़ सकते हैं क्योंकि गर्मी के बाद बारिश का सिलसिला प्रारंभ हो जाएगा।

पानी की कमी से यूरिन इंफेक्शन, स्टोन के मरीज भी आए सामने

इन दिनों गर्मी की वजह से अस्पतालों में न केवल डिहाइड्रेशन के मरीज बढ़ रहे है बल्कि स्टोन के मरीज भी सामान्य दिनों की तुलना में अधिक आ रहे है। इसके साथ की कई मरीजों को इस गर्मी के सीजन में यूरिन इंफेक्शन की भी शिकायत अधिक आ रही है। जेएएच से मिली जानकारी के मुताबिक पहले की तुलना में इसके मरीज 20 फीसदी तक बढ़ रहे हैं।

गर्मी बढ़ने से फिर से डायरिया, उल्टी के साथ ही स्टोन के मरीज भी बढ़ गए है। कई मरीज उल्टी-दस्त अधिक होने पर आ रहे है जिसकी वजह से उन्हें एडमिट एवं ड्रिप सहित एंटीबायोटिक भी देनी पड़ रही है। ऐसे मौसम में केवल एक ही बात का ध्यान रखना है कि शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें। -डॉ. अजय पाल, मेडिसिन रोग विशेषज्ञ